मुजफ्फरपुर: शनिवार को मोतीपुर थाना क्षेत्र के मोरसंडी पंचायत के जदयू उपाध्यक्ष संजीत राम को अपराधियों ने गोली मार दी थी. रविवार को इलाज के दौरान पटना में उनकी मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि शनिवार की दोपहर के आसपास जमीनी विवाद में पैसे के लेनदेन की खातिर संजीत राम की जमकर पिटाई की गई और फिर दो गोली मार दी गई.
मुजफ्फरपुर जदयू नेता की हत्या: गंभीर हालत में इलाज के लिए उन्हें मुजफ्फरपुर शहर स्थित निजी अस्पताल लाया गया, जहां से डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए पटना भेज दिया. रविवार की देर रात पटना में इलाज के दौरान जदयू नेता की मौत हो गई. स्थानीय सूत्रों की मानें तो गांव के ही चार लोगों के साथ जमीन कारोबार में करीब 25 लाख रुपए का लेनदेन का मामला था.
फोन कर घर से बाहर बुलाया. फिर मारी गोली: इसी बात को लेकर तालमेल बिगड़ गया और मामला मारपीट के बाद गोली चलने तक पहुंच गयी. इस घटना के बाद पुलिस तमाम बिंदुओं पर जांच पड़ताल कर रही है. वहीं दूसरी ओर मृतक के परिजनों के द्वारा गांव के ही 4 लोगों को हत्या का नामजद अभियुक्त बनाया गया है. उसमें पैसे के लेनदेन का जिक्र किया गया है. परिजनों ने बताया कि अपराधियों ने संजीत राम को फोन कर से बाहर बुलाया था और फिर चारों तरफ से घेर लिया और गोली मार दी.
जमीनी विवाद में लेनदेन को लेकर हत्या का शक: पूरे मामले पर पूछे जाने पर पश्चिमी डीएसपी अभिषेक आनंद ने कहा कि "परिजनों के द्वारा चार लोगों को नामजद अभियुक्त बनाते हुए लिखित शिकायत की गई है. लेनदेन की बात बताई गई है. हत्या के पीछे क्या कुछ वजह है, सभी बिंदुओं पर पुलिस की टीम जांच पड़ताल कर रही है. जल्द ही पूरे मामले का खुलासा होगा."