मुजफ्फरपुर (बोचहां): भाकपा-माले के नेतृत्व में माले के वरिष्ठ नेता और मजदूर संगठन के जिला अध्यक्ष राम नंदन पासवान ने एक दिवसीय उपवास किया. जहां अपनी मुख्य मांगों में सभी वंचित बाढ़ पीड़ित परिवारों को बाढ़ राहत राशि दिये जाने और किसानों को फसल क्षति मुआवजा देने की मांग की गई.
बाढ़ पीड़ित को नहीं मिला पैसा
इस दौरान कार्यक्रम को पार्टी के अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया. राम नंदन पासवान ने कहा कि सरकार ने तो प्रारंभ में ही बाढ़ पीड़ितों के लिए फूड पैकेट, पॉलिथीन, नाव की व्यवस्था आदि में कोताही दिखाई है. अब 6000 राशि देने की घोषणा की है. इसमें भी अब तक हजारों बाढ़ पीड़ित इससे वंचित हैं.
किसानों के फसल बर्बाद
जिसका घर बाढ़ में ध्वस्त हो गया और जिन किसानों का फसल बर्बाद हो गया है, उसके लिए भी अभी तक कोई पहल नहीं हुई है. भाकपा-माले के नेताओं ने कहा कि हम उपवास करते हुए उक्त मांगों को शीघ्र पूरा करने की अपील करते हैं. अगर मांग पूरी नहीं हुई तो, हम इसे विधानसभा चुनाव में मुद्दा बनाएंगे.
कर्ज माफ करने की मांग
सभा की अध्यक्षता करते हुए पार्टी प्रखंड सचिव रामबालक साहनी ने कहा कि हमारी पार्टी ने तो सरकार से प्रति परिवार 25 हजार रुपये राहत देने की मांग की थी. लॉकडाउन में और बाढ़ में बेरोजगार प्रवासी मजदूरों को 10 हजार जीवन यापन भत्ता देने की मांग की थी.
इसके साथ ही किसानों का केसीसी लोन, जीविका और माइक्रोफाइनेंस की ओर से दिए गए गरीबों का कर्ज माफ करने की मांग लगातार हमारी पार्टी उठा रही है. लेकिन गरीबों के प्रति संवेदनहीन सरकार मांगों को नहीं सुन रही है.
बीडीओ से हुई बातचीत
भाकपा-माले कार्यकर्ताओं की बीडीओ से बातचीत हुई. उनके आश्वासन के बाद जूस पिला कर एक दिवसीय उपवास को समाप्त किया गया. कार्यक्रम में लक्ष्मी मंडल रामरेखा सहनी, मोहम्मद करीम, कांत किशोर राय, राज किशोर सहनी, राजेश राम, राम इकबाल ठाकुर, मोहन राम, सुलेखा देवी, शत्रुघन सिंह सहित अन्य लोगों ने अपने-अपने विचार को रखा. मांग पत्र सौंपते हुए प्रतिनिधि मंडल ने प्रखंड विकास पदाधिकारी से वार्ता की. उन्होंने बताया कि 14 हजार लोगों को पैसा अभी तक नहीं मिला है.