मुजफ्फरपुर: जमुई से निकली कोरोना जांच के फर्जीवाड़े की आंच अब मुजफ्फरपुर भी पहुंच गई है. मुजफ्फरपुर के सदर अस्पताल में भी कोरोना जांच के आंकड़ों में भारी हेर-फेर करने का मामला सामने आया है. इस फर्जीवाड़े के साथ ही कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग की डोर टू डोर जांच की भी पोल खुल गई है.
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स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप
कोरोना जांच के आकड़ों में बाजीगरी इसी खेल में की गई है. डोर टू डोर जांच की आड़ में जो आंकड़े तैयार किये गए हैं, उसमें ही इस फर्जीवाड़े का खेल खूब हुआ है. मामला सामने आने के बाद जिले के स्वास्थ्य विभाग के महकमे में हड़कंप मच गया है.
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डाटा एंट्री में फर्जीवाड़ा
मुजफ्फरपुर में सामने आए आंकड़ों में पाया गया है कि कोरोना जांच के नाम पर एक ही मोबाइल नंबर को 17 लोगों के नाम के आगे अंकित कर दिया गया है. इतना ही नहीं जिस व्यक्ति का नम्बर अंकित है, वह भी मुजफ्फरपुर के व्यक्ति का नहीं है, बल्कि वह हाजीपुर का है. वहीं दूसरा नम्बर 6 लोगों के नाम पर अंकित है. जबकि तीसरा तीसरा नम्बर सात लोगों के नाम पर अंकित है.
सभी नम्बर पर बात करने पर बताया गया कि किसी ने कोरोना जांच नहीं करायी है. डाटा एंट्री में फर्जीवाड़ा करने की जनकारी मिलते ही सदर अस्पताल के अधिकारियों में खलबली मची हुई है. प्रभारी सिविल सर्जन ने बताया कि लापरवाही की सूचना मिली है, जांच कर कार्रवाई की जाएगी.