मुजफ्फरपुर(सकरा): बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के तीसरे चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया जारी है. लेकिन नामांकन से ठीक पहले राष्ट्रीय जनता दल के शीर्ष नेतृत्व ने मुजफ्फरपुर में अपने एक और सिटिंग विधायक का टिकट काट दिया. राजद ने पूर्व में घोषित सकरा विधानसभा सीट से अपने निवर्तमान विधायक लाल बाबू को बेटिकट करते हुए यह सीट अपने सहयोगी दल कांग्रेस को दे दी है.
राजद के इस नए राजनीतिक कदम से अब सकरा विधानसभा का सियासी समीकरण भी बदल गया है. इससे पहले भी राष्ट्रीय जनता दल ने औराई विधानसभा के मौजूदा विधायक डॉ. सुरेन्द्र राय का टिकट काटकर इस सीट को अपने गठबंधन के सहयोगी दल भाकपा माले को दे दी थी. महागठबंधन में शामिल प्रमुख पार्टी कांग्रेस को इस बार टिकट बंटवारे में मुजफ्फरपुर में 2 की बजाय 3 सीटें मिल गईं हैं.
पिछली बार कांग्रेस को नहीं मिली एक भी सीट
हालांकि अगर पिछले विधानसभा चुनाव की बात करें कांग्रेस के कोटे में एक भी सीट नहीं आई थी. जबकि इस बार 3 सीट मिली. अब इसमें राजद की सिटिंग सीट सकरा भी शामिल हो गई है. लालबाबू राम का पत्ता काटने के बाद अब कांग्रेस ने उमेश राम को उम्मीदवार बनाया है.
आरजेडी विधायक ने बीजेपी प्रत्याशी को दी थी मात
बता दें कि सकरा सुरक्षित विधानसभा सीट की इस बार राजनीतिक तस्वीर बिल्कुल बदलती नजर आ रही है. 2015 के विधानसभा चुनाव में यहां मुख्य मुकाबले में रहे राजनीतिक दल अब लड़ाई से पूरी तरह बाहर हो चुके हैं. पिछले चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल के लालबाबू राम ने बीजेपी के अर्जुन राम को लगभग 13 हजार वोटों से पराजित किया था. अब नए सियासी समीकरण में यहां एनडीए खेमे से जदयू के अशोक चौधरी मैदान में हैं तो वही महागठबंधन के तरफ से कांग्रेस के उमेश राम मैदान में हैं.