मुजफ्फरपुर: पहाड़ों पर हो रही भारी बर्फबारी के कारण उत्तर भारत का मैदानी इलाका भी शीतलहर की चपेट में है. जिले में भी आम जनजीवन ठंड से बुरी तरह प्रभावित हो गया है. ठंड का सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. जिले में पड़ रही तेज ठंड की वजह से निजी और सरकारी अस्पताल में इन दिनों कोल्ड डायरिया से पीड़ित बच्चे बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं.
राज्य में पड़ रही कड़ाके की ठंड के कारण स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है. वहीं, लगातार अस्पताल में मरीज के साथ बच्चो के भी भर्ती होने की संख्या में काफी इजाफा देखा जा रहा है. आने वाले दिनों में ठंड के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए अभी इससे निजात मिलने की संभावना भी नजर नहीं आ रही है.
ये भी पढ़ें:- सर्दियों में पानी पीने में लापरवाही बरतने पर कोल्ड डायरिया का खतरा, रहें सावधान
बच्चों को सर्द हवाओं से बचाने की जरूरत
बच्चों में ठंड की वजह से कोल्ड डायरिया बढ़ने की संभावना चिकित्सक भी बता रहे हैं. वहीं, केजरीवाल अस्पताल के शिशु रोग विशषज्ञ डॉ. बीएन तिवारी ने कहा कि कड़ाके की ठंड से बच्चों को बचाना बहुत जरूरी है. सर्द हवाएं बच्चों के स्वास्थ्य को सबसे अधिक प्रभावित करती है. ऐसे में बच्चों के शरीर को गर्म रखने की बहुत जरूरत होती है.