ETV Bharat / state

ADG Jitendra Singh Gangwar: मुजफ्फरपुर में लाश फेंकनेवाले 3 पुलिसकर्मी निलंबित, साइबर अपराधियों को दी सलाह

मुजफ्फरपुर में पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आने के बाद इस पर त्वरित कार्रवाई की गयी. पुलिस ने इस मामले में दोषी पाये गये जवानों को निलंबित कर दिया. यह जानकारी पुलिस मुख्यालय के एडीजी ने दी. उन्होंने यह सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों और साइबर क्राइम में लिप्त युवाओं को भी सलाह दी. पढ़ें, विस्तार से.

Jitendra Singh Gangwar
Jitendra Singh Gangwar
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 9, 2023, 5:22 PM IST

Updated : Oct 9, 2023, 6:06 PM IST

पटना: बिहार के मुजफ्फरपुर में पुलिस की छवि को खराब करनेवाले तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. सोमवार को पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी. एडीजी ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले और साइबर क्राइम से जुड़े युवाओं को अपनी एनर्जी सही काम में लगाने की सलाह दी. उन्होंने इन भटके हुए युवाओं को सही राह पर लाने में मदद करने का भी आश्वासन दिया.

इसे भी पढ़ेंः Nawada Crime News: पुलिस ने बगीचा से 20 साइबर अपराधियों को किया गिरफ्तार, लकी ड्रा के नाम पर करता था ठगी

तीन पुलिसकर्मी को निलंबित कियाः मुजफ्फरपुर में 8 अक्टूबर को एक सड़क हादसे में मृत व्यक्ति के शव के कुछ हिस्से को पुलिस ने नहर में फेंक दिया था. इसके बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल होने लगा. एडीजी ने बताया कि इस कृत्य में शामिल एक सिपाही चालक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है, जबकि अन्य दो होमगार्ड के जवान को उनकी सेवा से बर्खास्त करने की तैयारी की जा रही है. एक पुलिस पदाधिकारी जिनकी वहां ड्यूटी लगी थी मगर वह मौके पर मौजूद नहीं था, उससे स्पष्टीकरण पूछा गया है. जांच के बाद कार्रवाई की जायगी.

पुलिस के डर से साइबर अपराधी ने तरीका बदला: प्रेस वार्ता में एडीजी ने नवादा में पकड़े गये साइबर ठग गैंग के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि जो साइबर अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं उन लोगों ने बताया कि पुलिस की सक्रियता के कारण इन लोगों ने ठगी का अपना ट्रेंड बदल दिया है. अब ये लोग शहरी इलाके के बजाए सुदूर गांव में खेतों एवं बगीचा में छिपकर ठगी की घटना को अंजाम दे रहे हैं. एडीजी ने कहा कि ऐसे ठग साइबर गैंग के विरुद्ध आगे भी अभियान जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि आजकल के युवा गलत रास्ते को जल्दी चल ले रहे हैं. बता दें कि नवादा में 20 साइबर अपराधी पकड़े गये थे.

"युवाओं को अपनी एनर्जी अच्छे कार्य में लगाने चाहिए. युवाओं से अपील है कि वे गलत धंधे को ना चुनें, अन्यथा जेल भी जाना होगा साथ-साथ जीवन भी बर्बाद हो जाएगा. इसलिए अपनी एनर्जी को अच्छे काम में लगाएं. अगर आपकी रुचि खेल में है तो आप जाकर जिले के आरक्षी अधीक्षक से मिलकर बताएं, आपको सहयोग मिलेगा."- जितेंद्र सिंह गंगवार, ए़डीजी, पुलिस मुख्यालय

जातीय गणना के बाद सोशल मीडिया पर नजरः जातीय गणना को लेकर बिहार में सियासी तूफान मचा है. वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया के जरिए समाज में उन्माद फैलाने की सूचना पुलिस मुख्यालय को मिली है. पुलिस मुख्यालय इस सूचना का सत्यापन करने में जुट गई है. जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक जो भी लोग सोशल मीडिया पर किसी भी मामले को लेकर अगर उन्माद फैला रहे हैं या फैलाने की कोशिश में जुटे हैं तो वो यह बात जान लें कि बिहार पुलिस आप पर पैनी नजर रखे हुए है. किसी को बख्शा नहीं जायेगा.

इसे भी पढ़ेंः साइबर ठगी का हॉटस्पॉट बना बिहार, साल 2022 में 74 करोड़ रुपये की ठगी

पटना: बिहार के मुजफ्फरपुर में पुलिस की छवि को खराब करनेवाले तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. सोमवार को पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी. एडीजी ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले और साइबर क्राइम से जुड़े युवाओं को अपनी एनर्जी सही काम में लगाने की सलाह दी. उन्होंने इन भटके हुए युवाओं को सही राह पर लाने में मदद करने का भी आश्वासन दिया.

इसे भी पढ़ेंः Nawada Crime News: पुलिस ने बगीचा से 20 साइबर अपराधियों को किया गिरफ्तार, लकी ड्रा के नाम पर करता था ठगी

तीन पुलिसकर्मी को निलंबित कियाः मुजफ्फरपुर में 8 अक्टूबर को एक सड़क हादसे में मृत व्यक्ति के शव के कुछ हिस्से को पुलिस ने नहर में फेंक दिया था. इसके बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल होने लगा. एडीजी ने बताया कि इस कृत्य में शामिल एक सिपाही चालक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है, जबकि अन्य दो होमगार्ड के जवान को उनकी सेवा से बर्खास्त करने की तैयारी की जा रही है. एक पुलिस पदाधिकारी जिनकी वहां ड्यूटी लगी थी मगर वह मौके पर मौजूद नहीं था, उससे स्पष्टीकरण पूछा गया है. जांच के बाद कार्रवाई की जायगी.

पुलिस के डर से साइबर अपराधी ने तरीका बदला: प्रेस वार्ता में एडीजी ने नवादा में पकड़े गये साइबर ठग गैंग के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि जो साइबर अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं उन लोगों ने बताया कि पुलिस की सक्रियता के कारण इन लोगों ने ठगी का अपना ट्रेंड बदल दिया है. अब ये लोग शहरी इलाके के बजाए सुदूर गांव में खेतों एवं बगीचा में छिपकर ठगी की घटना को अंजाम दे रहे हैं. एडीजी ने कहा कि ऐसे ठग साइबर गैंग के विरुद्ध आगे भी अभियान जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि आजकल के युवा गलत रास्ते को जल्दी चल ले रहे हैं. बता दें कि नवादा में 20 साइबर अपराधी पकड़े गये थे.

"युवाओं को अपनी एनर्जी अच्छे कार्य में लगाने चाहिए. युवाओं से अपील है कि वे गलत धंधे को ना चुनें, अन्यथा जेल भी जाना होगा साथ-साथ जीवन भी बर्बाद हो जाएगा. इसलिए अपनी एनर्जी को अच्छे काम में लगाएं. अगर आपकी रुचि खेल में है तो आप जाकर जिले के आरक्षी अधीक्षक से मिलकर बताएं, आपको सहयोग मिलेगा."- जितेंद्र सिंह गंगवार, ए़डीजी, पुलिस मुख्यालय

जातीय गणना के बाद सोशल मीडिया पर नजरः जातीय गणना को लेकर बिहार में सियासी तूफान मचा है. वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया के जरिए समाज में उन्माद फैलाने की सूचना पुलिस मुख्यालय को मिली है. पुलिस मुख्यालय इस सूचना का सत्यापन करने में जुट गई है. जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक जो भी लोग सोशल मीडिया पर किसी भी मामले को लेकर अगर उन्माद फैला रहे हैं या फैलाने की कोशिश में जुटे हैं तो वो यह बात जान लें कि बिहार पुलिस आप पर पैनी नजर रखे हुए है. किसी को बख्शा नहीं जायेगा.

इसे भी पढ़ेंः साइबर ठगी का हॉटस्पॉट बना बिहार, साल 2022 में 74 करोड़ रुपये की ठगी

Last Updated : Oct 9, 2023, 6:06 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.