ETV Bharat / state

मुंगेर: पति का अंतिम संस्कार करने के लिए पत्नी क्वारंटीन सेंटर से भागी

कोरोना से पति की मौत के बाद उसके दाह संस्कार के लिए पत्नी क्वारंटीन सेंटर से भाग गई. इस मामले में उसके ससुराल वालों ने भी मदद नहीं की. हालांकि जिला प्रशासन का कहना है कि कोरोना से मौत के कारण शव को सिमरिया घाट पर दाह संस्कार के लिए भेजा गया था.

wife ran away from quarantine center to perform husband funeral in munger
wife ran away from quarantine center to perform husband funeral in munger
author img

By

Published : May 19, 2021, 8:08 PM IST

मुंगेर: महामारी के बीच मुंगेर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला अपने पति का अंतिम संस्कार करने के लिए एक क्वारंटीन केंद्र से भाग गई. उसके पति का लगभग एक सप्ताह पहले निधन हो गया था.

ये भी पढ़ें- बांस घाट पर कोविड शवों का होगा अंतिम संस्कार, पटना निगम प्रशासन ने जारी किया आदेश

रामनगर पाटन गांव के रहने वाले 28 वर्षीय विकास मंडल कोरोना पॉजिटिव हुए और 13 मई को उनकी तबीयत बिगड़ गई. उनकी पत्नी कंचन देवी ने उन्हें मुंगेर सदर अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

ससुराल वालों ने नहीं की मदद
वह अस्पताल में अकेली थी, उसने दाह संस्कार के लिए अपने ससुराल वालों से मदद मांगी लेकिन उन्होंने मना कर दिया. इसके बाद कंचन ने अपने परिवार से संपर्क किया लेकिन उन्होंने भी मदद नहीं की. कंचन की मां हालांकि आगे आईं और बेटी की मदद के लिए मुंगेर सदर अस्पताल पहुंची.

यह भी पढ़ें- बक्सर के गंगा घाट पर लाशों का अंबार, सवाल- कहां से आयीं इतनी लाशें?

समस्तीपुर जाने का किया फैसला
कंचन और उसकी मां, दोनों ने मुंगेर जाने का फैसला किया और 14 मई को फिर से पति के परिजनों से अनुरोध किया लेकिन उन्होंने मना कर दिया. उन्होंने पड़ोसियों से मदद की गुहार भी लगाई लेकिन कोई आगे नहीं आया. इसके बाद उन्होंने समस्तीपुर के पटालिया गांव विभूतिपुर थाना क्षेत्र के पैतृक गांव कंचन देवी ने जाने का फैसला किया.

जिला प्रशासन ने भी नहीं की मदद
परिवार के पुरुष सदस्यों ने उनकी मदद करने की बजाय जिला प्रशासन से शिकायत कर दी. समस्तीपुर के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने भी दोनों महिलाओं की समस्या का समाधान नहीं किया और उन्हें क्वारंटाइन सेंटर में डाल दिया.

यह भी पढ़ें - पटना: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में गंदगी का अंबार, इधर-उधर फेंके जा रहे PPE किट

क्वारंटीन सेंटर से भाग गई
कंचन और उसकी मां ने क्वारंटाइन सेंटर के अधिकारियों से उन्हें रिहा करने का अनुरोध किया ताकि वे मुंगेर चले जाएं. आखिरकार कंचन के पति की मौत के छह दिन बाद क्वारंटीन सेंटर से भाग गई और 18 मई को मुंगेर पहुंच गई.

"पीड़ित महिला ने सदर अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारियों से अपने पति के शव को सौंपने का अनुरोध किया. हम तुरंत आगे आए और शव को दाह संस्कार के लिए सौंप दिया. हमने एम्बुलेंस की व्यवस्था की है और शव को सिमरिया घाट स्थित श्मशान घाट भेज दिया है. कंचन ने अंतिम संस्कार किया." - संजीव कुमार चौधरी, एसडीओ सदर, मुंगेर

मुंगेर: महामारी के बीच मुंगेर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला अपने पति का अंतिम संस्कार करने के लिए एक क्वारंटीन केंद्र से भाग गई. उसके पति का लगभग एक सप्ताह पहले निधन हो गया था.

ये भी पढ़ें- बांस घाट पर कोविड शवों का होगा अंतिम संस्कार, पटना निगम प्रशासन ने जारी किया आदेश

रामनगर पाटन गांव के रहने वाले 28 वर्षीय विकास मंडल कोरोना पॉजिटिव हुए और 13 मई को उनकी तबीयत बिगड़ गई. उनकी पत्नी कंचन देवी ने उन्हें मुंगेर सदर अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

ससुराल वालों ने नहीं की मदद
वह अस्पताल में अकेली थी, उसने दाह संस्कार के लिए अपने ससुराल वालों से मदद मांगी लेकिन उन्होंने मना कर दिया. इसके बाद कंचन ने अपने परिवार से संपर्क किया लेकिन उन्होंने भी मदद नहीं की. कंचन की मां हालांकि आगे आईं और बेटी की मदद के लिए मुंगेर सदर अस्पताल पहुंची.

यह भी पढ़ें- बक्सर के गंगा घाट पर लाशों का अंबार, सवाल- कहां से आयीं इतनी लाशें?

समस्तीपुर जाने का किया फैसला
कंचन और उसकी मां, दोनों ने मुंगेर जाने का फैसला किया और 14 मई को फिर से पति के परिजनों से अनुरोध किया लेकिन उन्होंने मना कर दिया. उन्होंने पड़ोसियों से मदद की गुहार भी लगाई लेकिन कोई आगे नहीं आया. इसके बाद उन्होंने समस्तीपुर के पटालिया गांव विभूतिपुर थाना क्षेत्र के पैतृक गांव कंचन देवी ने जाने का फैसला किया.

जिला प्रशासन ने भी नहीं की मदद
परिवार के पुरुष सदस्यों ने उनकी मदद करने की बजाय जिला प्रशासन से शिकायत कर दी. समस्तीपुर के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने भी दोनों महिलाओं की समस्या का समाधान नहीं किया और उन्हें क्वारंटाइन सेंटर में डाल दिया.

यह भी पढ़ें - पटना: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में गंदगी का अंबार, इधर-उधर फेंके जा रहे PPE किट

क्वारंटीन सेंटर से भाग गई
कंचन और उसकी मां ने क्वारंटाइन सेंटर के अधिकारियों से उन्हें रिहा करने का अनुरोध किया ताकि वे मुंगेर चले जाएं. आखिरकार कंचन के पति की मौत के छह दिन बाद क्वारंटीन सेंटर से भाग गई और 18 मई को मुंगेर पहुंच गई.

"पीड़ित महिला ने सदर अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारियों से अपने पति के शव को सौंपने का अनुरोध किया. हम तुरंत आगे आए और शव को दाह संस्कार के लिए सौंप दिया. हमने एम्बुलेंस की व्यवस्था की है और शव को सिमरिया घाट स्थित श्मशान घाट भेज दिया है. कंचन ने अंतिम संस्कार किया." - संजीव कुमार चौधरी, एसडीओ सदर, मुंगेर

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.