मुंगेर: कोरोना वायरस को लेकर देशभर में लॉकडाउन लगाया गया था. इस दौरान धार्मिक स्थलों के खुलने पर पाबंदी थी. लेकिन, अनलॉक-1 लागू होने के बाद काफी रियायतें दी गई. लगभग ढाई महीने बाद 8 जून सोमवार से धार्मिक स्थल और कई अन्य स्थलों को खोलने की भी अनुमति दे दी गई है.
केंद्र सरकार के नई गाइडलाइंस के अनुसार अनलॉक फेज-1 में धार्मिक स्थल के पट सोमवार को खुल जाएंगे. कोरोना संक्रमण न फैले इसके लिए कई इंतजाम भी किए जा रहे हैं. भगवान की पूजा-अर्चना के लिए अब भक्तों को नए नियमों का पालन करना होगा.
खुल जाएगा प्रसिद्ध चंडिका स्थान
मुंगेर के 52 शक्तिपीठों में से एक मां चंडिका स्थान, तारापुर की तेलडीहा दुर्गा मन्दिर, बड़ी दुर्गा महारानी शादीपुर, बड़ा महावीर मंदिर, किला क्षेत्र के हजरत पीर नफा शाह का मजार, सेंट माइकल चर्च, पक्की संगत गुरुद्वारा जैसे दर्जनों धार्मिक स्थल सोमवार से खुल जाएंगे. यह सभी धार्मिक केंद्र पिछले ढाई महीने से बंद थे. यहां सभी प्रकार की धार्मिक गतिविधियां भी बंद थी. अब इनके खुलने से भक्तों में खुशी की लहर है.
दर्शन के लिए मानने होंगे ये नियम
धार्मिक केंद्र तो सोमवार से खुलेंगे लेकिन पहले के जैसे कुछ भी नहीं रहेगा. धार्मिक केंद्रों से कोरोना संक्रमण का खतरा ना फैले इसके लिए कई बदलाव किए गए हैं.
- मस्जिदों में नमाज सोशल डिस्टेंसिंग के बीच पढ़ी जाएगी.
- गिरजा घरों में प्रार्थना सभा भी 2 गज की दूरी पर ही रहकर कर पाएंगे.
- अब मंदिर में नंगे पांव ही प्रवेश होगा.
- मंदिर परिसर में प्रवेश से पहले लोगों को हाथ-पैर सैनिटाइज करना होगा.
- पूजा के लिए लाइन में 6 फीट की दूरी पर बने 2 गज वाले घेरे में खड़े रहकर अपनी बारी का इंतजार करना होगा.
- घंटी बजाने पर प्रतिबंध होगा.
- फल चढ़ाने, जलार्पण करने और प्रसाद चढ़ाने की अनुमित नहीं होगी.
- भगवान की मूर्ति स्पर्श पर भी प्रतिबंध रहेगा.
मंदिर पुजारी ने दी जानकारी
इस संबंध में चंडिका स्थान के प्रधान पुजारी नंदन बाबा ने बताया कि कोरोना का संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है. हमें इसके बीच जीना सीखना होगा. धार्मिक न्यास बोर्ड पटना की ओर से गाइडलाइन भी दी जा चुकी है. जिला प्रशासन के दिशा-निर्देशों का भी हम अनुपालन करेंगे. उन्होंने भक्तों से अनुरोध किया है सभी लोग नई गाइडलाइन का पालन करते हुए पूजा पाठ करेंगे.