मुंगेर: जिले के कार्यपालक सहायकों का शनिवार को छठे दिन भी आंदोलन जारी रहा. इस दौरान हड़ताली कार्यपालक सहायकों ने शहीद स्मारक के समीप धरना स्थल पर अपनी 8 सूत्री मांगों को पूरा करने के लिए, नियमितीकरण और वेतनमान के लिए सभी कार्यपालक सहायक के द्वारा अर्धनग्न होकर नीतीश सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया गया. साथ ही राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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जिला अध्यक्ष सुजीत कुमार ने कहा कि सरकार के ऊपर अनेक संघों, विपक्षी दलों के द्वारा दबाव बनाया जा रहा है. लेकिन सरकार किसी की नहीं सुन रही. सरकार अगर हमारी मांगों को नहीं मानती है तो बाध्य होकर उग्र प्रदर्शन करेंगे और बाध्य होकर सभी कार्यपालक सहायक अपने अपने बाल बच्चे को लेकर भी धरना स्थल पर बैठ जायेंगे.
जिला सचिव मितेश कुमार ने कहा कि धरना स्थल पर पिछले पांच दिनों से कार्यपालक सहायक अपनी मांगों के लेकर हड़ताल पर हैं. सरकार हमारी मांगों को मानने के बजाय तोड़ने का प्रयास कर रही है. मगर कार्यपालक सहायकों की एकजुटता के आगे किसी की चलने वाली नहीं है. जबतक हमारी मांगों को नहीं माना जाता, कार्यपालक सहायक अनिश्चितकालीन पर हड़ताल से नहीं लौटने वाली है.
कार्यकारी अध्यक्ष अंनत कुमार झा ने कहा कि पूरे प्रदेश में 30 हजार से अधिक कार्यपालक सहायक हैं. बावजूद सरकार हमारी मांगों को नहीं मान रही है. अगली रणनीति के तहत आमरण अनशन करेंगे. इस दौरान किसी भी प्रकार की अनहोनी के लिए बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी और बिहार सरकार की जवाबदेही होगी.
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इधर, जिला पदाधिकारी मुंगेर के निदेशानुसार स्थापना समाहर्त्ता, मुंगेर के द्वारा हड़ताल पर गये जिले के कार्यपालक सहायकों को तुगलकी आदेश जारी करते हुए 20 मार्च 2021 के दोपहर 2 बजे तक अपने-अपने कार्यालय में योगदान करने का नोटिस जारी किया गया. इसपर जिलाध्यक्ष ने कहा कि जबतक हमारी सभी मांगे पूरी नहीं होती, तबतक हम सभी कार्यपालक सहायक हड़ताल वापस नहीं लेंगे.