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बजट से नाराज संघर्ष मोर्चा, जमालपुर कारखाना की उपेक्षा पर फूंका रेल मंत्री का पुतला

आम बजट से मुंगेर के जमालपुर (Protest In Jamalpur Munger ) में खासी नाराजगी है. लोगों को उम्मीद थी कि इस बार जमालपुर कारखाना के लिए बजट में कुछ खास होगा. लेकिन लोगों को निराशा हाथ लगी. इसके विरोध में जमालपुर रेल निर्माण कारखाना संघर्ष मोर्चा ने विरोध करते हुए रेल मंत्री और वित्त मंत्री का पुतला फूंका.

Protest In Jamalpur Munger
Protest In Jamalpur Munger
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Published : Feb 1, 2022, 7:16 PM IST

मुंगेर(जमालपुर): आम बजट में समाहित रेल बजट 2022-23 ( Union Budget 2022 ) में जमालपुर रेल कारखाना व अन्य इकाइयों की उपेक्षा से नाराज जमालपुर रेल निर्माण कारखाना संघर्ष मोर्चा ने रोष व्यक्त किया है. बजट के खिलाफ मंगलवार को मॉडल रेलवे स्टेशन चौक पर रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव (Railway Minister effigy burnt In Munger) एवं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Sitharaman Effigy Burnt In Munger) का पुतला फूंककर विरोध जताया गया.

पढ़ें- Budget 2022 : पीएम मोदी ने कहा- पीपुल फ्रेंडली और आत्मनिर्भर भारत का बजट

मोर्चा में शामिल विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक संगठनों के नेताओं ने जुबली वेल चौक से प्रदर्शन शुरू करते हुए शहर के मुख्य मार्ग का भ्रमण कर स्टेशन चौक पहुंचकर रेल मंत्री और वित्तमंत्री के पुतले को आग के हवाले किया. इस दौरान प्रदर्शनकारी जमालपुर कारखाना की उपेक्षा बंद करो,डीजल शेड को इलेक्ट्रिक शेड का दर्जा दो,जमालपुर में रेलवे विश्वविद्यालय की स्थापना करो आदि नारे लगा रहे थे.

पुतला दहन के उपरांत मोर्चा के संयोजक सह सपा जिला अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा कि, मोदी सरकार बस देश में आरएसएस के एजेंडों को लागू कर रही है. आम आदमी से इसे कोई सरोकार नहीं है. जिसका असर इस बजट में साफ दिख रहा है. इस बजट से देश का कितना फायदा होगा यह तो भविष्य के गर्भ में है, लेकिन रेल नगरी जमालपुर इस बार भी छला गया हैं.

उन्होंने कहा कि, जमालपुर के साथ नाइंसाफी की गई है. जिसके विरोध में मोर्चा आन्दोलन तेज करेगी. वहीं सीपीआई के जिला सचिव दिलीप कुमार एवं जाप के प्रदेश महासचिव फैसल अहमद रूमी ने कहा कि, जिस तरह से इस क्षेत्र के राजनेताओं का बयान आ रहा था, ऐसा प्रतीत हो रहा था कि, जमालपुर कारखाना को निर्माण का दर्जा मिलेगा और वर्क लोड बढ़ेगा. लेकिन बजट पूरी तरह से निराश करने वाला निकला.

पढ़ें- आम बजट 2022 पर बोले श्रवण कुमार- बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की थी उम्मीद

बसपा जिला अध्यक्ष कपिलदेव दास व जाप के जिला अध्यक्ष पप्पी कुमार उर्फ पप्पू यादव ने इस बजट को युवा विरोधी बताते हुए कहा कि, ऐसी आशा थी कि, रेलवे ठेकेदारी प्रथा से मुक्त होगा. प्रशिक्षित अपरेंटिस अभ्यर्थियों को नियुक्ति मिलेगी. लेकिन परिणाम सिफर रहा. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद एवं एनसीपी के जिला प्रवक्ता नौशाद उस्मानी ने कहा कि, यह बजट हिंदुस्तान के आम आवाम का नहीं,बल्कि पूंजीपतियों और अधिकारियों का बजट है. किसान,मजदूर,छात्र,नौजवान की दुर्दशा स्पष्ट दिख रही है.

प्रदर्शन में सीपीआई के संजीवन सिंह बच्चू राय चन्द्रवंशी, सपा से मिथलेश यादव, आजम खान,अमरशक्ति,मनोज क्रांति,डॉक्टर सुधीर गुप्ता, कुमार प्रभाकर, छात्र नेता कुमार कुंदन, सत्यजीत पासवान, दिनेश साहू, सुरेंद्र साहू, संजय यादव,गौरव यादव,जीवन पासवान,विक्की तांती,जाप के संजीव यादव, मुकेश भारती, सुबोध तांती, राहुल कुमार, बसपा के दिलिप दास,संजय दास,लोजपा के दिलिप पासवान,संतोष राऊत सहित अन्य उपस्थित थे.

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मुंगेर(जमालपुर): आम बजट में समाहित रेल बजट 2022-23 ( Union Budget 2022 ) में जमालपुर रेल कारखाना व अन्य इकाइयों की उपेक्षा से नाराज जमालपुर रेल निर्माण कारखाना संघर्ष मोर्चा ने रोष व्यक्त किया है. बजट के खिलाफ मंगलवार को मॉडल रेलवे स्टेशन चौक पर रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव (Railway Minister effigy burnt In Munger) एवं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Sitharaman Effigy Burnt In Munger) का पुतला फूंककर विरोध जताया गया.

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मोर्चा में शामिल विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक संगठनों के नेताओं ने जुबली वेल चौक से प्रदर्शन शुरू करते हुए शहर के मुख्य मार्ग का भ्रमण कर स्टेशन चौक पहुंचकर रेल मंत्री और वित्तमंत्री के पुतले को आग के हवाले किया. इस दौरान प्रदर्शनकारी जमालपुर कारखाना की उपेक्षा बंद करो,डीजल शेड को इलेक्ट्रिक शेड का दर्जा दो,जमालपुर में रेलवे विश्वविद्यालय की स्थापना करो आदि नारे लगा रहे थे.

पुतला दहन के उपरांत मोर्चा के संयोजक सह सपा जिला अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा कि, मोदी सरकार बस देश में आरएसएस के एजेंडों को लागू कर रही है. आम आदमी से इसे कोई सरोकार नहीं है. जिसका असर इस बजट में साफ दिख रहा है. इस बजट से देश का कितना फायदा होगा यह तो भविष्य के गर्भ में है, लेकिन रेल नगरी जमालपुर इस बार भी छला गया हैं.

उन्होंने कहा कि, जमालपुर के साथ नाइंसाफी की गई है. जिसके विरोध में मोर्चा आन्दोलन तेज करेगी. वहीं सीपीआई के जिला सचिव दिलीप कुमार एवं जाप के प्रदेश महासचिव फैसल अहमद रूमी ने कहा कि, जिस तरह से इस क्षेत्र के राजनेताओं का बयान आ रहा था, ऐसा प्रतीत हो रहा था कि, जमालपुर कारखाना को निर्माण का दर्जा मिलेगा और वर्क लोड बढ़ेगा. लेकिन बजट पूरी तरह से निराश करने वाला निकला.

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बसपा जिला अध्यक्ष कपिलदेव दास व जाप के जिला अध्यक्ष पप्पी कुमार उर्फ पप्पू यादव ने इस बजट को युवा विरोधी बताते हुए कहा कि, ऐसी आशा थी कि, रेलवे ठेकेदारी प्रथा से मुक्त होगा. प्रशिक्षित अपरेंटिस अभ्यर्थियों को नियुक्ति मिलेगी. लेकिन परिणाम सिफर रहा. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद एवं एनसीपी के जिला प्रवक्ता नौशाद उस्मानी ने कहा कि, यह बजट हिंदुस्तान के आम आवाम का नहीं,बल्कि पूंजीपतियों और अधिकारियों का बजट है. किसान,मजदूर,छात्र,नौजवान की दुर्दशा स्पष्ट दिख रही है.

प्रदर्शन में सीपीआई के संजीवन सिंह बच्चू राय चन्द्रवंशी, सपा से मिथलेश यादव, आजम खान,अमरशक्ति,मनोज क्रांति,डॉक्टर सुधीर गुप्ता, कुमार प्रभाकर, छात्र नेता कुमार कुंदन, सत्यजीत पासवान, दिनेश साहू, सुरेंद्र साहू, संजय यादव,गौरव यादव,जीवन पासवान,विक्की तांती,जाप के संजीव यादव, मुकेश भारती, सुबोध तांती, राहुल कुमार, बसपा के दिलिप दास,संजय दास,लोजपा के दिलिप पासवान,संतोष राऊत सहित अन्य उपस्थित थे.

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