मुंगेर(जमालपुर): ऑल इंडिया शेड्यूल कास्ट एंड शेड्यूल ट्राइब्स रेलवे इंप्लाइज एसोसिएशन जमालपुर की ओर से रेल के निजीकरण के खिलाफ विशाल जुलूस निकाला गया. यह जुलूस केंद्रीय कमिटी के आह्वान पर "पुना एक्ट" दिवस पर अवकाश के समय कारखाना हेल्थ यूनिट के पास से निकाला गया. जिसमें मुख्य कारखाना प्रबंधक जमालपुर कार्यालय पहुंचकर अपने मांगों के समर्थन में जोरदार नारेबाजी कर आवाज बुलंद करते हुए कार्मिक अधिकारी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा.
रेलवे कर्मियों ने निकाला जुलूस
सभा की अध्यक्षता एससी, एसटी एसोसिएशन के अध्यक्ष मुनेश्वर टुडू ने किया. केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष चांदसी पासवान ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार रेल को निजी क्षेत्र में देने पर आमदा है. जिसे हम किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने देंगे. उन्होंने इसको लेकर लगातार संघर्ष करने पर जोर दिया. कारखाने में एक्ट अप्रेंटिस की बहाली करने की मांग की गई. शाखा मंत्री एससी, एसटी कारखाना के शाखा मंत्री जयप्रकाश पासवान ने रेलवे के निजीकरण पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि इस नीति के लागू होने से कर्मचारियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने सरकार से मांग किया कि दोबारा एक्ट को लागू किया जाए. वहीं, अगर ऐसा नहीं होता है तो संघर्ष को तीव्र किया जाएगा.साथ ही 2011 की जनगणना के आधार पर एससी, एसटी वर्ग का आरक्षण प्रतिशत को 17 प्रतिशत से 19 पेरतिशत करने की मांग की.
निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन
एआईआरएफ वर्किंग कमिटी सदस्य वीरेन्द्र प्रसाद यादव और शाखा मंत्री मनोज कुमार ने संयुक्त रूप से कहा कि भारतीय रेल देश की जीवन रेखा है. इसे निजी क्षेत्र की कठपुतली नहीं बनने दिया जाएगा. उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से रेलवे स्टेशन, प्रिंटिंग प्रेस, कारखाना और उत्पादन इकाइयों को निजीकरण करने की नीति की जमकर आलोचना की. एससी, एसटी के अध्यक्ष मुनेश्वर टुडु ने कहा कि रेल प्रशासन की ओर से केंद्रीय सचिव समिर दास को डीए रूल के अंदर जान बूझकर फंसाया गया है. उन्हें उक्त रूल से बिना शर्त अविलंब मुक्त किया जाए. इस मौके पर केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष चांदसी पासवान स्थानीय शाखा मंत्री जयप्रकाश पासवान, अध्यक्ष मुनेश्वर टुडु, ईआरएमयू के केंद्रीय एधिकारी उपाध्यक्ष सत्यजीत कुमार, केंद्रीय संगठन मंत्री राजेंद्र प्रसाद यादव, शाखा मुंगेर मनोज कुमार और अध्यक्ष विश्वजीत कुमार मौजूद रहे.