मुंगेरः कोरोना वायरस से बचाव के लिए राज्य में सभी जिलों को 31 मार्च तक लॉक डाउन कर दिया गया है. इसका असर जिले के थोक सब्जी मंडी और खुदरा सब्जी मार्केट में देखने को मिल रहा है. लोग एक सप्ताह की सब्जी स्टोर करके रख रहे हैं. अचानक बढ़ी डिमांड की वजह से सब्जियों के दाम काफी बढ़ गए हैं.
डिमांड बढ़ने से बढ़े सब्जियों के दाम
लॉक डाउन के पहले दिन मुंगेर के लोग सुबह से हीं सब्जी बाजार, राजा मार्केट, कोतवाली चौक आदि जगहों पर सब्जी खरीदते नजर आए. स्थानीय लोगों ने बताया कि कोरोना को लेकर कहीं प्रशासन पूरी तरह घर में बंद रहने के लिए बाध्य न कर दे इसलिए वे लोग एक सप्ताह की सब्जी स्टोर करके रख रहे हैं. अचानक डिमांड बढ़ जाने से भिंडी जहां पहले 20 रुपये में मिलती थी वहीं अब यह अभी 25 रूपये किलो, कद्दू 15 रूपये की जगह 20 रूपये वहीं, परवल 100 रूपये बिक रहा है.
50 प्रतिशत से भी कम सब्जियों की आवक
थोक सब्जी मंडी में भी लॉक डाउन का असर देखने को मिला. यहां पहले दिन ही आलू की शॉर्टेज हो गई. वहीं, हरी सब्जियों का आवक 50 प्रतिशत से भी कम हुई. सब्जी मंडी व्यापारी संघ के सचिव शाहिद अख्तर उर्फ गुड्डू रायन ने बताया कि मुंगेर में अभी हरी सब्जियों का मौसम नहीं है. यह कोलकाता, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश से यहां आती हैं. लॉक डाउन लागू होने से ट्रेन ट्रक और बस नहीं चल रही है. जिससे सब्जियां यहां नहीं आ पा रही हैं. उन्होंने कहा कि 50 किलोमीटर की रेडियस में रह रहे छोटे किसान भी वाहन नहीं चलने के कारण मंडी तक अपनी सब्जी नहीं ला पा रहे हैं.