मुंगेरः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कस्तूरबा वाटर वर्क्स परिसर में मुंगेर जलापूर्ति योजना का शिलान्यास किया. इसकी लागत 198.46 करोड़ है. यह वाटर ट्रीटमेंट प्लांट अटल नवीनीकरण व शहरी परिवर्तन मिशन अमृत योजना के अंतर्गत आता है. इसके तहत मुंगेर नगर निगम क्षेत्र वासियों को शुद्ध पेयजल मिलेगा.
पांच जगहों पर बनाए जाएंगे वाटर टावर
वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण के बाद शहरवासियों के पेयजल की समस्या दूर हो जाएगी. इसे पूरा करने के लिए 20 महीने की अवधि तय की गई है. इस योजना के तहत विभिन्न वार्डों के 38 हजार 921 घरों में पानी का कनेक्शन देकर शुद्ध पेयजल आपूर्ति का लक्ष्य रखा गया है. शहर में इसके लिए 318.20 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई जाएगी. साथ ही पांच जगहों पर वाटर टावर बनाए जाएंगे.
बुडको को दी गई योजना की जिम्मेदारी
कस्तूरबा वाटर वर्क्स परिसर में 34 एमएलडी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा. इस प्लांट में गंगा का पानी स्टोर करके वहां री साइकिल होने के बाद पाइप लाइन के जरिए शुद्ध पेयजल घरों तक पहुंचेगा. इस योजना को पूरी करने की जिम्मेदारी बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड (बुडको) को दी गई है.
दूर होगी शुद्ध पेयजल की समस्या
नगर आयुक्त श्रीकांत शास्त्री ने बताया कि मुंगेर में बनने वाले वाटर ट्रीटमेंट प्लांट महत्वपूर्ण योजना है. इससे शहर के सभी 45 वार्डों के हर घर में शुद्ध पेयजल पहुंचेगा. इसी तरह जमालपुर नगर परिषद में भी 55 करोड़ की लागत से शहरी जलापूर्ति योजना का शिलान्यास भी प्रधानमंत्री ने किया है. यह जिलेवासियों के लिए पीएम और मुख्यमंत्री की तरफ से बड़ी सौगात है.