मुंगेरः जिले में एक ओर कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, तो वहीं स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर जाने से स्थितियां और भयावह होने की आशंका जताई जा रही हैं. मुंगेर में सदर अस्पताल के आपातकालीन विभाग एवं GNM स्कूल कोविड-19 सेन्टर में कार्यरत पारा मेडिकल स्टाफ हड़ताल के बाद अब अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गए हैं. ये लोग अपने नियोजन की मांग को लेकर GNM स्कूल कोविड-19 सेन्टर के परिसर में ही धरना दे रहे हैं.
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नियोजन की मांग कर रहे हैं पारा मेडिकल स्टाफ
सदर अस्पताल मुंगेर के आपातकालीन विभाग में कार्यरत पारा मेडिकल स्टाफ ने अपने अनिश्चित कालीन धरना को लेकर बताया कि वे लोग बिगत 10 वर्षों से बिना किसी वेतन के ही अपनी सेवा देते चले आ रहे हैं .
इनकी सेवा से खुश हो कर स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों ने स्वास्थ्य विभाग कि बहाली में इन्हें मौका देने का अस्वाशन दिया था. लेकिन आज जब इस महामारी को लेकर बिहार सरकार ने संविदा पर अतिशीघ्र स्वास्थ्य कर्मियों की बहाली का जब निर्देश सभी जिला के सिविल सर्जन को दिया है तो इनलोगों को उस बहाली से दरकिनार कर दिया गया है.
कौन हैं ये पारा मेडिकल स्टाफ?
बता दें कि मुंगेर सदर अस्पताल के आपातकालीन विभाग में 16-17 पारा मेडिकल स्टाफ हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से रोस्टर बना कर 8-8 लोगों का बैच बनाकर GNM स्कूल कोविड-19 सेन्टर में इनकी ड्यूटी लगाई जा रही है.
इन लोगों को नियोजन का भरोसा दिया गया था. लेकिन उसपर कोई बात अब नहीं हो रही है. इससे नाराज होकर लोग अनिश्चित कालीन हड़ताल और धरना दे रहे हैं. इन लोगों ने अपने नियोजन की मांग को लेकर 10 मई 2021 को मुंगेर जिलाधिकारी रचना पाटिल को भी एक आवेदन दिया था. बावजूद इसके अबतक किसी भी अधिकारी ने इनकी खोज खबर नहीं ली है.