मुंगेर: बिहार के मुंगेर में 15 नवंबर से धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया शुरू (Paddy procurement process started in Munger) है. सहकारिता विभाग के द्वार मौजूदा वर्ष धान खरीदने का लक्ष्य 29.571 मीट्रिक टन निर्धारित किया गया है. वहीं कृषि विभाग द्वारा जिले में धान के कुल उत्पादन का अनुमान लगभग 79647 मीट्रिक टन बताया गया है. बताया जा रहा है कि इस वर्ष सूखे के कारण जिले में धान का अनुमानित उत्पादन विगत वर्ष की तुलना में 36740 मीट्रिक टन कम (Paddy production in Munger) है.
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इस साल कम हुआ धान का उत्पादन: विगत वर्ष 2021 में सहकारिता विभाग द्वारा जिले में धान क्रय का कुल लक्ष्य 50 हज़ार मीट्रिक टन निर्धारित किया गया था. जिले में धान का कुल अनुमानित उत्पादन 116387 मीट्रिक टन था. इस प्रकार जहां इस वर्ष सूखे के कारण जिले में धान का अनुमानित उत्पादन विगत वर्ष की तुलना में 36740 मीट्रिक टन कम हुआ है. कम उत्पादन के कारण धान क्रय का कुल लक्ष्य भी विगत वर्ष के लक्ष्य से 50 हजार मीट्रिक टन से 20429 मीट्रिक टन कम है.
"धान क्रय के लक्ष्य का निर्धारित उत्पादन के आधार पर किया जाता है. इसके तहत जिले में धान उत्पादन का जो कुल अनुमान कृषि विभाग द्वारा क्रॉप कटिंग के आधार पर किया जाता है. क्रय का लक्ष्य उसी उत्पादन के अनुमान का 32 से 33 फीसदी होता है. इसी के अनुसार इस बार भी उत्पादन के अनुमान के आधार पर जिले में धान क्रय का लक्ष्य निर्धारित किया गया है". - धर्मनाथ प्रसाद, जिला सहकारिता पदाधिकारी
इच्छुक किसान को कराना होगा पंजीयन: धान बेचने को इच्छुक किसान जो पैक्स को अपना धान बेचना चाहते हैं. उन्हें सबसे पहले सहकारिता विभाग के पोर्टल पर खुद का पंजीयन कराना होगा. इसके बाद ही सहयोग समितियों के द्वारा इन किसानों से धान की खरीद की जाएगी. ऐसे में अब तक जिले में कुल 3996 किसानों के द्वारा धान की बिक्री के लिए आवेदन कर दिया गया है. पंजीयन की प्रक्रिया अभी भी जारी है. जो किसान पैक्स अथवा व्यपार मंडल को अपने धान की बिक्री करते है. उन्हें नियमानुसार 24 से 28 घंटे के अंदर धान क्रय की राशि का भुगतान किया जाना है. इसके लिए सभी चिन्हित पैक्स एवं व्यापार मंडल को कैश क्रेडिट कर दिया गया है. इसके अनुसार संबंधित पैक्स को दो लॉट धान का कैश क्रेडिट दिया गया है. एक लॉट धान में कुल 433 क्विंटल धान होता है. इसी प्रकार दो लॉट में कुल 866 क्विंटल का कैश क्रेडिट सभी सहकारी समितियों को निर्धारित किया गया है.
नहीं मिल रहा है खरीददार: पिछले वर्ष धान क्रय के लिए जिले में कुल 65 सहकारी समितियों को चिन्हित किया गया था. जिसमे पैक्स एवं व्यापार मंडल दोनों शामिल थे. इसी तरह इस बार भी धान क्रय के लिए अब तक कुल 62 सहकारी समितियों का चयन किया गया है. हालांकि कई समितियां द्वारा क्रय करने के लिए अब तक प्रस्ताव नही दिया गया है. ऐसे अन्य समितियों से प्रस्ताव प्राप्त होने के बाद इसकी संख्या में कुछ बढ़ोतरी होने की संभावना है. इस बार जिले में 15 नवंबर से धान क्रय की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है. इसके बावजूद अब तक केवल 5 किसानों से मात्र 132 क्विंटल 60 किलोग्राम धान की ही क्रय किया जा सका है. जिसमे जमालपुर प्रखंड के इटहरी पैक्स के चार एवं संग्रामपुर प्रखंड के एक किसान शामिल है.
"जिले के कई हिस्सों में अभी धान की कटनी चल रही है. ऐसे में धान क्रय की प्रक्रिया अभी गति नही पकड़ पा रही है. इस बार विगत वर्ष की अपेक्षा धान का उत्पादन भी कम प्रतिवेदित किया गया है. इसके अनुसार इस बार क्रय का लक्ष्य भी कम हो गया है. ऐसे में निर्धारित समय पर लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है"- धर्मनाथ प्रसाद, डीसीओ
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