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Munger MLC Election: मुंगेर का रण जीतने के लिए सभी पार्टियों ने झोंकी ताकत, जानिए इस सीट का समीकरण

मुंगेर एमएलसी चुनाव (MLC Elections in Munger) की राह सभी दलों के प्रत्याशियों के लिए कठिन मानी जा रही है. इस सीट पर कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. इस हॉट सीट पर कैसा बन रहा है समीकरण (Munger MLC Seat Equation) और कौन किसे देगा चुनौती.. जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर..

Munger MLC Seat Equation
Munger MLC Seat Equation
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Published : Mar 14, 2022, 3:36 PM IST

मुंगेर: बिहार में 24 सीटों पर एमएलसी का चुनाव (MLC Elections On 24 Seats in Bihar) होना है. एमएलसी चुनाव के लिए मुंगेर हॉट केक बना हुआ है. यहां खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (JDU National President Lalan Singh) की प्रतिष्ठा दांव पर है. उन्होंने अपने चहेते उम्मीदवार संजय प्रसाद (JDU Candidate Sanjay Prasad From Munger Seat) को जदयू से उम्मीदवार बनाया है. जबकि मुंगेर प्रक्षेत्र एमएलसी सीट राजद का गढ़ है. यहां पिछले 12 वर्षों से राजद के ही उम्मीदवार विधान परिषद सदस्य का चुनाव जीतते आए हैं. राजद के उम्मीदवार संजय प्रसाद यहां दो बार लगातर एमएलसी चुने गए. लेकिन ललन सिंह ने उन्हें जदयू में शामिल करवाकर चकाई विधानसभा से टिकट भी दिया. लेकिन निर्दलीय सुमित कुमार सिंह ने उन्हें चुनाव में हरा दिया.

पढ़ें: Bihar MLC Election: मैदान में सामने NDA हो या कांग्रेस उम्मीदवार, जीत RJD की ही होगी- श्याम रजक

संजय प्रसाद हैं जदयू से उम्मीदवार: ललन सिंह ने अपना वीटो पावर इस्तेमाल कर मुंगेर लखीसराय शेखपुरा जमुई प्रक्षेत्र से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का एमएलसी उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में अगर एमएलसी का चुनाव संजय प्रसाद हार जाते हैं तो जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की प्रतिष्ठा पर आंच आएगी. क्योंकि ललन सिंह मुंगेर के सांसद भी हैं.

राजद के उम्मीदवार हैं अजय कुमार सिंह: महागठबंधन ने इस बार अपना उम्मीदवार लखीसराय के मालदार बिजनेसमैन और मंझे हुए राजनीति के खिलाड़ी अजय कुमार सिंह (RJD Candidate Ajay Kumar Singh From Munger Seat ) को बनाया है. अजय कुमार सिंह के कई राज्यों में बड़े कारोबार हैं तो वे राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं. अजय कुमार सिंह की राजनीति में पकड़ को कुछ इस तरह समझा जा सकता है. अजय कुमार सिंह के लिए जमुई जिला में निर्विरोध अपनी पत्नी को जिला परिषद अध्यक्ष बनाने वाले गुड्डू यादव को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को ना कहना पड़ा. अजय कुमार सिंह के लिए खुद उदय नारायण चौधरी कमान संभाल ली है. इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री सह पूर्व सांसद, जयप्रकाश नारायण यादव एवं अविनाश कुमार विद्यार्थी उर्फ मुकेश यादव ने भी कमान संभाल ली है. ताबड़तोड़ अजय कुमार सिंह का प्रचार चल रहा है. ऐसे में दोनों के लिए राह कठिन होगी.

पढ़ें: JDU से 'रार' के बीच बिहार BJP अध्यक्ष का दावा- 'गठबंधन पर नहीं पड़ेगा असर, पूरे 5 साल चलेगी NDA सरकार'

कांटे की टक्कर: दोनों के लिए यह सीट जीतना बड़ा कठिन है. इस संबंध में राजद नेता मंटू शर्मा ने कहा कि यह राजद की परंपरागत सीट है. दो बार राजद के टिकट से संजय प्रसाद लगातार 12 वर्षों से यहां एमएलसी रहे. लेकिन जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हमारे उम्मीदवार को अपने पाले में कर लिया. उन्होंने कहा कि उम्मीदवार को पाले में किया जा सकता है मतदाता को नहीं. राजद के मतदाता एकजुट हैं. वैसे भी जदयू में जाने के बाद क्षेत्र में वे कम सक्रिय रहे हैं. उन्हें तो निर्दलीय प्रत्याशी ने विधानसभा में पटखनी दी थी.

सुमित सिंह भी बढ़ा सकते हैं जदयू के लिए परेशानी: चकाई विधानसभा से जदयू के वर्तमान एमएलसी उम्मीदवार संजय प्रसाद को मात देने वाले निर्दलीय सुमित कुमार सिंह अपनी पत्नी सपना सिंह के लिए मुंगेर से एमएलसी का टिकट चाह रहे थे. विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो बिहार के एकमात्र निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह की ताकत जदयू में काफी बड़ी है. अंदर खाने की बात पर यकीन करें तो नीतीश कुमार भी इनकी पत्नी सपना सिंह की उम्मीदवारी पर मुहर लगा चुके थे. लेकिन ललन सिंह ने संजय प्रसाद को यहां से उम्मीदवार बनवाया है. ऐसे में अपनी पत्नी का टिकट कटने से नाराज सुमित सिंह जदयू के खिलाफ अंदर ही अंदर खेमेबाजी कर सकते हैं. सुमित कुमार सिंह भी जदयू उम्मीदवार का खेल बिगाड़ सकते हैं.

पढ़ें- Bihar MLC Election : 24 सीटों के लिए NDA और RJD में जबरदस्त जंग, जीत के साथ विधान परिषद में ताकत बढ़ाना चाहते हैं दोनों

राजद उम्मीदवार के लिए निर्दलीय प्रत्याशी बढ़ा सकते हैं मुश्किलें: महागठबंधन के प्रत्याशी अजय कुमार सिंह की जीत में निर्दलीय प्रत्याशी परेशानी खड़ा कर सकते हैं. जमुई जिले के रहने वाले गुड्डू यादव ने भी एमएलसी चुनाव में अपनी दावेदारी ठोंक दी है और वे चुनाव प्रचार में उतर भी गए हैं. जमुई जिला परिषद अध्यक्ष पद पर अपनी पत्नी को निर्विरोध बैठाने वाले गुड्डू यादव का कद राजनीति में बड़ा हो ना हो क्षेत्र में बड़ा है. उनकी पकड़ को इसी से समझा जा सकता है कि वे जिस इलाके में दौरा करने निकल रहे हैं, सैकड़ों युवाओं की भीड़ उनके साथ नजर आ रही है तो जनप्रतिनिधि भी स्वेच्छा से उनके साथ खड़े नजर आ रहे हैं.

ऐसे में गुड्डू यादव राजद के परंपरागत वोटरों को ही अपनी और आकर्षित करेंगे. अगर यह वोटर गुड्डू यादव में शिफ्ट होते हैं तो अजय कुमार सिंह के लिए परेशानी हो सकती है. वहीं मुंगेर जिले के महुली के रहने वाले बाहुबली किशोर यादव भी इस बार एमएलसी चुनाव में निर्दलीय ताल ठोकेंगे. उनके चुनाव लड़ने की घोषणा उनके समधी मुंगेर के डिप्टी मेयर सुनील राय ने कर दी है. किशोर यादव बाहुबली हैं. मुंगेर, लखीसराय, जमुई, शेखपुरा में उनकी अच्छी पकड़ है. यादव समुदाय से आते हैं. ऐसे में किशोर यादव भी राजद के ही वोट में सेंधमारी करेंगे. कुल मिलाकर अजय कुमार सिंह के लिए निर्दलीय परेशानी पैदा कर सकते हैं.

15 मार्च को अजय कुमार सिंह करेंगे नामांकन: महागठबंधन के उम्मीदवार का प्रचार पिछले 2 महीने से शुरू हो चुका है. इसके प्रचार के लिए खुद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी आ रहे हैं. वहीं अभी तक जदयू का प्रचार शुरू नहीं हुआ है.इस संबंध में जदयू जिला अध्यक्ष संतोष सहनी ने कहा कि हमारे उम्मीदवार के लिए खुद सूबे के मुखिया नीतीश कुमार, प्रदेश अध्यक्ष और अन्य कद्दावर नेता का कार्यक्रम जल्द ही मुंगेर में होना है. हमारे उम्मीदवार का प्रचार प्रसार तेज हो रहा है. नामांकन की तिथि सोमवार को घोषित हो जाएगी. राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का भी दौरा इसको लेकर मुंगेर में हो चुका है.

4 अप्रैल को मतदान: बिहार में 24 सीटों पर एमएलसी का चुनाव (MLC Elections On 24 Seats in Bihar) होना है. इसके लिए 9 मार्च से 16 मार्च तक नामांकन की समय सीमा तय की गई है. 21 मार्च तक नामांकन वापसी की तारीख है. 4 अप्रैल को सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक वोटिंग की प्रक्रिया चलेगी और 7 अप्रैल को काउंटिंग होगी और नतीजे सामने आएंगे. इस बार कई ग्राम पंचायतों का नगर निगम क्षेत्र में सम्मिलित होने के कारण लगभग 6000 से अधिक मतदाता कम होंगे और इस बार मतदाताओं की संख्या 1,32,000 के करीब रहने का अनुमान है.

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मुंगेर: बिहार में 24 सीटों पर एमएलसी का चुनाव (MLC Elections On 24 Seats in Bihar) होना है. एमएलसी चुनाव के लिए मुंगेर हॉट केक बना हुआ है. यहां खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (JDU National President Lalan Singh) की प्रतिष्ठा दांव पर है. उन्होंने अपने चहेते उम्मीदवार संजय प्रसाद (JDU Candidate Sanjay Prasad From Munger Seat) को जदयू से उम्मीदवार बनाया है. जबकि मुंगेर प्रक्षेत्र एमएलसी सीट राजद का गढ़ है. यहां पिछले 12 वर्षों से राजद के ही उम्मीदवार विधान परिषद सदस्य का चुनाव जीतते आए हैं. राजद के उम्मीदवार संजय प्रसाद यहां दो बार लगातर एमएलसी चुने गए. लेकिन ललन सिंह ने उन्हें जदयू में शामिल करवाकर चकाई विधानसभा से टिकट भी दिया. लेकिन निर्दलीय सुमित कुमार सिंह ने उन्हें चुनाव में हरा दिया.

पढ़ें: Bihar MLC Election: मैदान में सामने NDA हो या कांग्रेस उम्मीदवार, जीत RJD की ही होगी- श्याम रजक

संजय प्रसाद हैं जदयू से उम्मीदवार: ललन सिंह ने अपना वीटो पावर इस्तेमाल कर मुंगेर लखीसराय शेखपुरा जमुई प्रक्षेत्र से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का एमएलसी उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में अगर एमएलसी का चुनाव संजय प्रसाद हार जाते हैं तो जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की प्रतिष्ठा पर आंच आएगी. क्योंकि ललन सिंह मुंगेर के सांसद भी हैं.

राजद के उम्मीदवार हैं अजय कुमार सिंह: महागठबंधन ने इस बार अपना उम्मीदवार लखीसराय के मालदार बिजनेसमैन और मंझे हुए राजनीति के खिलाड़ी अजय कुमार सिंह (RJD Candidate Ajay Kumar Singh From Munger Seat ) को बनाया है. अजय कुमार सिंह के कई राज्यों में बड़े कारोबार हैं तो वे राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं. अजय कुमार सिंह की राजनीति में पकड़ को कुछ इस तरह समझा जा सकता है. अजय कुमार सिंह के लिए जमुई जिला में निर्विरोध अपनी पत्नी को जिला परिषद अध्यक्ष बनाने वाले गुड्डू यादव को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को ना कहना पड़ा. अजय कुमार सिंह के लिए खुद उदय नारायण चौधरी कमान संभाल ली है. इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री सह पूर्व सांसद, जयप्रकाश नारायण यादव एवं अविनाश कुमार विद्यार्थी उर्फ मुकेश यादव ने भी कमान संभाल ली है. ताबड़तोड़ अजय कुमार सिंह का प्रचार चल रहा है. ऐसे में दोनों के लिए राह कठिन होगी.

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कांटे की टक्कर: दोनों के लिए यह सीट जीतना बड़ा कठिन है. इस संबंध में राजद नेता मंटू शर्मा ने कहा कि यह राजद की परंपरागत सीट है. दो बार राजद के टिकट से संजय प्रसाद लगातार 12 वर्षों से यहां एमएलसी रहे. लेकिन जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हमारे उम्मीदवार को अपने पाले में कर लिया. उन्होंने कहा कि उम्मीदवार को पाले में किया जा सकता है मतदाता को नहीं. राजद के मतदाता एकजुट हैं. वैसे भी जदयू में जाने के बाद क्षेत्र में वे कम सक्रिय रहे हैं. उन्हें तो निर्दलीय प्रत्याशी ने विधानसभा में पटखनी दी थी.

सुमित सिंह भी बढ़ा सकते हैं जदयू के लिए परेशानी: चकाई विधानसभा से जदयू के वर्तमान एमएलसी उम्मीदवार संजय प्रसाद को मात देने वाले निर्दलीय सुमित कुमार सिंह अपनी पत्नी सपना सिंह के लिए मुंगेर से एमएलसी का टिकट चाह रहे थे. विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो बिहार के एकमात्र निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह की ताकत जदयू में काफी बड़ी है. अंदर खाने की बात पर यकीन करें तो नीतीश कुमार भी इनकी पत्नी सपना सिंह की उम्मीदवारी पर मुहर लगा चुके थे. लेकिन ललन सिंह ने संजय प्रसाद को यहां से उम्मीदवार बनवाया है. ऐसे में अपनी पत्नी का टिकट कटने से नाराज सुमित सिंह जदयू के खिलाफ अंदर ही अंदर खेमेबाजी कर सकते हैं. सुमित कुमार सिंह भी जदयू उम्मीदवार का खेल बिगाड़ सकते हैं.

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राजद उम्मीदवार के लिए निर्दलीय प्रत्याशी बढ़ा सकते हैं मुश्किलें: महागठबंधन के प्रत्याशी अजय कुमार सिंह की जीत में निर्दलीय प्रत्याशी परेशानी खड़ा कर सकते हैं. जमुई जिले के रहने वाले गुड्डू यादव ने भी एमएलसी चुनाव में अपनी दावेदारी ठोंक दी है और वे चुनाव प्रचार में उतर भी गए हैं. जमुई जिला परिषद अध्यक्ष पद पर अपनी पत्नी को निर्विरोध बैठाने वाले गुड्डू यादव का कद राजनीति में बड़ा हो ना हो क्षेत्र में बड़ा है. उनकी पकड़ को इसी से समझा जा सकता है कि वे जिस इलाके में दौरा करने निकल रहे हैं, सैकड़ों युवाओं की भीड़ उनके साथ नजर आ रही है तो जनप्रतिनिधि भी स्वेच्छा से उनके साथ खड़े नजर आ रहे हैं.

ऐसे में गुड्डू यादव राजद के परंपरागत वोटरों को ही अपनी और आकर्षित करेंगे. अगर यह वोटर गुड्डू यादव में शिफ्ट होते हैं तो अजय कुमार सिंह के लिए परेशानी हो सकती है. वहीं मुंगेर जिले के महुली के रहने वाले बाहुबली किशोर यादव भी इस बार एमएलसी चुनाव में निर्दलीय ताल ठोकेंगे. उनके चुनाव लड़ने की घोषणा उनके समधी मुंगेर के डिप्टी मेयर सुनील राय ने कर दी है. किशोर यादव बाहुबली हैं. मुंगेर, लखीसराय, जमुई, शेखपुरा में उनकी अच्छी पकड़ है. यादव समुदाय से आते हैं. ऐसे में किशोर यादव भी राजद के ही वोट में सेंधमारी करेंगे. कुल मिलाकर अजय कुमार सिंह के लिए निर्दलीय परेशानी पैदा कर सकते हैं.

15 मार्च को अजय कुमार सिंह करेंगे नामांकन: महागठबंधन के उम्मीदवार का प्रचार पिछले 2 महीने से शुरू हो चुका है. इसके प्रचार के लिए खुद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी आ रहे हैं. वहीं अभी तक जदयू का प्रचार शुरू नहीं हुआ है.इस संबंध में जदयू जिला अध्यक्ष संतोष सहनी ने कहा कि हमारे उम्मीदवार के लिए खुद सूबे के मुखिया नीतीश कुमार, प्रदेश अध्यक्ष और अन्य कद्दावर नेता का कार्यक्रम जल्द ही मुंगेर में होना है. हमारे उम्मीदवार का प्रचार प्रसार तेज हो रहा है. नामांकन की तिथि सोमवार को घोषित हो जाएगी. राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का भी दौरा इसको लेकर मुंगेर में हो चुका है.

4 अप्रैल को मतदान: बिहार में 24 सीटों पर एमएलसी का चुनाव (MLC Elections On 24 Seats in Bihar) होना है. इसके लिए 9 मार्च से 16 मार्च तक नामांकन की समय सीमा तय की गई है. 21 मार्च तक नामांकन वापसी की तारीख है. 4 अप्रैल को सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक वोटिंग की प्रक्रिया चलेगी और 7 अप्रैल को काउंटिंग होगी और नतीजे सामने आएंगे. इस बार कई ग्राम पंचायतों का नगर निगम क्षेत्र में सम्मिलित होने के कारण लगभग 6000 से अधिक मतदाता कम होंगे और इस बार मतदाताओं की संख्या 1,32,000 के करीब रहने का अनुमान है.

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