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मुंगेर: कोरोना से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने की व्यापक तैयारी

कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. जिले में प्रतिदिन नए कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. जहां, पहले मुंगेर में सप्ताह में 5 या 10 कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे थे. वहीं, अब प्रतिदिन 30 से 35 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की जा रही है. इन्हीं आंकड़ों को देखते हुए मुंगेर जिला प्रशासन ने पहले ही सैकड़ों मरीजों के लिए व्यापक तैयारी कर ली है.

मुंगेर
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Published : Jun 13, 2020, 9:09 PM IST

मुंगेर: कोरोना संक्रमण के मामलों में अचानक बढ़ोतरी से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारी की है. इसके तहत नौ प्रखंडों में आइसोलेशन वार्ड के साथ क्वींस हॉस्टल और जीएनएम स्कूल में एक हजार बेड की संख्या वाले आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं. सिविल सर्जन डॉक्टर पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि 104 नंबर का हेल्पलाइन भी बनाया गया है. पर्याप्त संख्या में मेडिकल स्टाफ और चिकित्सकों का डाटा तैयार भी कर लिया गया है.

कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. जिले में प्रतिदिन नए कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. जहां, पहले मुंगेर में सप्ताह में 5 या 10 कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे थे. वहीं, अब प्रतिदिन 30 से 35 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की जा रही है. मुंगेर में अब तक 267 कोरोना मरीज मिल चुके हैं. साथ ही सैकड़ों मरीजों का जांच रिपोर्ट अभी आना बाकी है. इन्हीं आंकड़ों को देखते हुए मुंगेर जिला प्रशासन ने पहले ही सैकड़ों मरीजों के लिए व्यापक तैयारी कर ली है.

मुंगेर
स्वास्थ्यकर्मी
आइसोलेशन वार्ड में 1000 बेड की है क्षमतामुंगेर के सिविल सर्जन पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए प्रशासन ने तैयारी कर रखी है. इसमें मुंगेर सदर, बरियारपुर, खड़गपुर, टेटिया बंबर, संग्रामपुर, तारापुर, असरगंज समेत धरहरा और जमालपुर प्रखंड में अलग-अलग आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं. साथ ही जमालपुर में क्वींस हॉस्टल में लगभग 200 की संख्या में बेड उपलब्ध है. मुंगेर शहर के जीएनएम स्कूल आइसोलेशन वार्ड 67 कमरों में 600 के संख्या में बेड लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि जिले में एक हजार मरीजों के लिए पर्याप्त संख्या में मेडिकल स्टाफ और चिकित्सकों का डाटा पहले से ही तैयार कर लिया गया है. किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग 24 घंटे तैयार है.
ईटीवी भारत की रिपोर्ट
22 मार्च से 12 जून तक का डाटा
मुंगेर में कोरोना संक्रमित पहले मरीज की पुष्टि 22 मार्च को हुई थी. इलाज के दौरान इसकी मौत भी हो गई थी. साथ ही यह बिहार में कोरोना से पहली मौत थी. मृतक मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चोरंबा निवासी 38 वर्षीय युवक सैफ लॉकडाउन से पहले ही कतर से अपने घर आया था. वहीं, इनके संपर्क में आने से लगभग 14 अन्य लोग भी संक्रमित हो गए थे. इसके बाद जमालपुर के सदर बाजार निवासी एक मौलाना के नालंदा मरकज में शामिल होने के बाद जमालपुर में लगभग 100 से अधिक लोग संक्रमित हुए थे.
मुंगेर
सिविल सर्जन पुरुषोत्तम कुमार

कोरोना संबंधित 894 कॉल हुए प्राप्त
वहीं, जिले में अब तक 4 हजार 902 लोगों की जांच के लिए उनके स्वाब का सैंपल लिया गया था. जिसमें 50 सैंपल रिजेक्ट हुआ और 4 हजार 842 सैंपल में से 4 हजार 349 लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है. जबकि जांच में कुल 267 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई. साथ ही अभी 161 लोगों की जांच रिपोर्ट पेंडिंग है. जिले में अब तक 183 विदेश, इंटर डिस्ट्रिक्ट और दूसरे राज्यों से आने वाले लगभग 23 हजार 775 लोगों की सूची बनाई गई है. कोरोना संबंधित 894 कॉल अब तक प्राप्त हुआ है.

मुंगेर: कोरोना संक्रमण के मामलों में अचानक बढ़ोतरी से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारी की है. इसके तहत नौ प्रखंडों में आइसोलेशन वार्ड के साथ क्वींस हॉस्टल और जीएनएम स्कूल में एक हजार बेड की संख्या वाले आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं. सिविल सर्जन डॉक्टर पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि 104 नंबर का हेल्पलाइन भी बनाया गया है. पर्याप्त संख्या में मेडिकल स्टाफ और चिकित्सकों का डाटा तैयार भी कर लिया गया है.

कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. जिले में प्रतिदिन नए कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. जहां, पहले मुंगेर में सप्ताह में 5 या 10 कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे थे. वहीं, अब प्रतिदिन 30 से 35 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की जा रही है. मुंगेर में अब तक 267 कोरोना मरीज मिल चुके हैं. साथ ही सैकड़ों मरीजों का जांच रिपोर्ट अभी आना बाकी है. इन्हीं आंकड़ों को देखते हुए मुंगेर जिला प्रशासन ने पहले ही सैकड़ों मरीजों के लिए व्यापक तैयारी कर ली है.

मुंगेर
स्वास्थ्यकर्मी
आइसोलेशन वार्ड में 1000 बेड की है क्षमतामुंगेर के सिविल सर्जन पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए प्रशासन ने तैयारी कर रखी है. इसमें मुंगेर सदर, बरियारपुर, खड़गपुर, टेटिया बंबर, संग्रामपुर, तारापुर, असरगंज समेत धरहरा और जमालपुर प्रखंड में अलग-अलग आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं. साथ ही जमालपुर में क्वींस हॉस्टल में लगभग 200 की संख्या में बेड उपलब्ध है. मुंगेर शहर के जीएनएम स्कूल आइसोलेशन वार्ड 67 कमरों में 600 के संख्या में बेड लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि जिले में एक हजार मरीजों के लिए पर्याप्त संख्या में मेडिकल स्टाफ और चिकित्सकों का डाटा पहले से ही तैयार कर लिया गया है. किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग 24 घंटे तैयार है.
ईटीवी भारत की रिपोर्ट
22 मार्च से 12 जून तक का डाटा
मुंगेर में कोरोना संक्रमित पहले मरीज की पुष्टि 22 मार्च को हुई थी. इलाज के दौरान इसकी मौत भी हो गई थी. साथ ही यह बिहार में कोरोना से पहली मौत थी. मृतक मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चोरंबा निवासी 38 वर्षीय युवक सैफ लॉकडाउन से पहले ही कतर से अपने घर आया था. वहीं, इनके संपर्क में आने से लगभग 14 अन्य लोग भी संक्रमित हो गए थे. इसके बाद जमालपुर के सदर बाजार निवासी एक मौलाना के नालंदा मरकज में शामिल होने के बाद जमालपुर में लगभग 100 से अधिक लोग संक्रमित हुए थे.
मुंगेर
सिविल सर्जन पुरुषोत्तम कुमार

कोरोना संबंधित 894 कॉल हुए प्राप्त
वहीं, जिले में अब तक 4 हजार 902 लोगों की जांच के लिए उनके स्वाब का सैंपल लिया गया था. जिसमें 50 सैंपल रिजेक्ट हुआ और 4 हजार 842 सैंपल में से 4 हजार 349 लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है. जबकि जांच में कुल 267 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई. साथ ही अभी 161 लोगों की जांच रिपोर्ट पेंडिंग है. जिले में अब तक 183 विदेश, इंटर डिस्ट्रिक्ट और दूसरे राज्यों से आने वाले लगभग 23 हजार 775 लोगों की सूची बनाई गई है. कोरोना संबंधित 894 कॉल अब तक प्राप्त हुआ है.

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