मुंगेरः बिहार के लगभग हर जिले में मरीज को अस्पताल बाहर से दवाइयों को खरीदना पड़ता है. इसी बीच मुंगेर सदर अस्पताल परिसर में 50 लाख रुपये मूल्य से अधिक की एक्सपायरी ( Medicines Expired in Munger Sadar Hospital) दवाइयां मिली है. यही नहीं, लाखों रुपये मूल्य के 2023 में एक्सपायर होने वाली दवाइयां और मेडिकल किट रख रखाव के अभाव में बर्बाद हो गये. ये सभी दवाइयां परिसर के 5 पुराने कमरों में रखे गये थे.
ये भी पढ़ें- मसौढ़ी में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही, भारी मात्रा में दवाइयां हुईं एक्सपायर
सदर अस्पताल परिसर में 100 बेड का आधुनिक अस्पताल निर्माण के लिए पुराने भवनों को तोड़े जाने के दौरान एक्सपायरी और खराब हो रही दवाइयों के मामले का खुलासा हुआ. पुराने भवनों को तोड़े जाने के दौरान भारी मात्रा में दवाइयां कार्टन और विभिन्न पैकेट्स में पड़ा हुआ था. इनमें आरएस सलाइन की भरी हुई बोतलें, डीएस की भरी हुई बोतलों के अलावे कई जीवन रक्षक दवाएं यूं ही कमरे में फेंकी पायी गई. ज्यादातर दवाइयां 2021 में ही एक्सपायर हो चुकी है. वहीं 2023 में एक्सपायर डेट वाली परिवार नियोजन में उपयोग आने वाली अंतरा सुई, कॉपर-टी स्टिक, ओआरएस घोल के पैकेट, कफ सिरप आदि भारी मात्रा में बारिश में भींगने से बर्बाद हो चुकी है.
अब बड़ा सवाल उठता है कि जिन दवाइयों के लिए मरीज की जान चली जाती है, वह दवाइयां मरीजों को नहीं मिली. बल्कि स्वास्थ्य विभाग ने एक्सपायरी होने के लिए इसे क्यों छोड़ दिया. इन सवालों के जवाब में मुंगेर के सिविल सर्जन डॉक्टर हरेंद्र कुमार आलोक ने कहा कि जिस स्तर पर भी यह लापरवाही की गई है. वे बख्शे नहीं जाऐंगे. जांच टीम गठन कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें- पटना: यूनानी चिकित्सा अनुसंधान संस्थान की लापरवाही, लाखों की एक्सपायर दवा कूड़े के ढेर में फेंकी
ये भी पढ़ें- सरकारी अस्पतालों में एक्सपायर हो रही हैं दवाईयां, मरीज दर-दर भटकने को मजबू
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP