मुंगेर: लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा नदी का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है. बढ़ते जलस्तर के कारण गंगा उफनाई हुई है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा का जलस्तर अभी खतरे के निशान से 4 मीटर नीचे है. बता दें कि मुंगेर में गंगा नदी का जलस्तर डेंजर लेवल 39.33 है. जलस्तर बढ़ने की रफ्तार अगर आने वाले दिनों में यही रही तो बाढ़ की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता.
'जलस्तर में प्रति घंटे एक सेंटीमीटर की बढ़ोतरी'
स्थानीय लोगों की माने तो मुंगेर में गंगा अपना रौद्र रूप दिखा रही है. प्रति घंटे एक सेंटीमीटर की रफ्तार से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है. गंगा के बीच बने टीले नदी में समा चुके हैं. जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण दियारा के निचले इलाके में पानी प्रवेश कर चुका है.
जिले के सीताचरण, टीका रामपुर, महुली, शंकरपुर, नौवागढ़ी, चड़ौन, बरियारपुर, घोरघट आदि गंगा किनारे वाले दियारा इलाके में पानी प्रवेश करने लगा है. इलाके में पानी तेजी से प्रवेश कर रहा है. दियारा इलाके में पानी प्रवेश करने से पशु चारा की किल्लत होने लगी है. किसानों के सैकड़ों एकड़ में लगे मक्के की फसल गंगा में डूबने लगी है. गंगा का जलस्तर अगर इसी तरह से बढ़ते रहा तो अगले एक सप्ताह में दियारा इलाका डूब सकता है. प्रत्येक वर्ष इन इलाके के लोगों को बाढ़ से दो-चार होना पड़ता है.
'तेजी से हो रहा कटाव'
बता दें कि नौवागढ़ी के पास के इलाके चड़ौन गांव, मनियारचक, महेशपुर, बरदह, झौआ बहियार, लाल दरवाजा, जेल घाट आदी इलाके में तेजी से कटाव हो रहा है. जानकारों की मानें तो कटाव की रफ्तार अगर इसी तरह से रही तो जल्द ही मुंगेर मंडल कारा की सुरक्षा दीवार भी इसकी जद में आ सकती है. गंगा किनारे बसे गांव पर सबसे ज्यादा खतरा मंडरा रहा है.
हालात पर जिला प्रशासन की नजर- डीएम
इस मामले पर डीएम राजेश मीणा ने बताया कि मुंगेर में गंगा नदी का डेंजर लेवल निशान 39.33 है. फिलहाल जलस्तर खतरे के निशान से नीचे बह रही है. बाढ़ और कटाव की संभावनाओं के मद्देनजर जिला प्रशासन ने बड़े पैमाने पर तैयारी कर रखी है. 2 दर्जन से अधिक विद्यालय को चिह्नित किया गया है. पशुओं को रखने के लिए जगह का भी चयन कर लिया गया है. सूखा चारा का भंडारण कर लिया गया है. इसके अलावे नावों की पर्याप्त व्यवस्था की जा चुकी है. दियारा इलाके के किनारे कटाव होने की सूचना है. चौकीदार को दियारा इलाके के गांवों में भेज दिया गया है. पल-पल की जानकारी ली जा रही है. बाढ़ से प्रभावित होने पर लोगों को सुरक्षित स्थान पर लाया जाएगा. जिला प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है.