मुंगेर: जिले में बाढ़ की स्थिति बनते जा रही है. बुधवार को गंगा नदी का जलस्तर 36.98 मीटर तक पहुंच गया है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार बुधवार को जलस्तर 36.98 दर्ज किया गया है. जबकि जलस्तर प्रति घंटे 1 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है. 1 दिन में गंगा का जलस्तर एक से डेढ़ मीटर बढ़ रहा है. जलस्तर में वृद्धि की यही रफ्तार रही तो एक-दो दिन में दियारा और निचले इलाके की स्थिति भयावह हो सकती है.
दियारा इलाके में बढ़ी परेशानी
गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाकों में लोगों की परेशानी बढ़ गई है. अब गंगा नदी डेंजर लेवल से महज ढाई मीटर बह रही है. निचले इलाकों के लोगों के बीच बाढ़ की आशंका सताने लगी है. आशंकित लोग अपनी जान माल की सुरक्षा को लेकर उचित स्थान तलाश कर रहे है. किसानों के आधे से अधिक फसल गंगा नदी ने लील लिया है.
डेंजर लेवल क्रॉस होने के बाद शुरू होता है राहत एवं बचाव कार्य
जिला प्रशासन का दावा है कि संभावित बाढ़ की आशंका को देखते हुए सभी तैयारी पूरी कर ली गई है. लेकिन जिला प्रशासन की ओर से कोई भी कार्य तब किया जाता है, जब नदी का जलस्तर डेंजर लेवल को छूत जाता है. बता दें कि गंगा नदी का जलस्तर 37 मीटर होते ही प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति बद से बदतर हो जाती है. जबकि जिले का डेंजर लाइन 39.33 है. केंद्रीय जल आयोग की मानें तो फिलहाल गंगा नदी का जलस्तर में कमी आने की संभावना अभी नहीं है.
प्रशासन ने कर ली है पूरी तैयारी
इस संबंध में सदर अंचलाधिकारी दिव्य राज गणेश ने बताया कि संभावित बाढ़ की आशंका के मद्देनजर सभी तरह की तैयारी पूरी कर ली गई है. कई सरकारी विद्यालय के भवन का चयन किया गया है. पशुओं के सूखे चारे का भंडारण कर लिया गया है. नाव भी पर्याप्त संख्या में सुरक्षित रख लिया गया है. लगातार ग्रामीण इलाकों में भी अधिकारी नजर बनाए हुए हैं.