मुंगेर: जिले का तारापुर, खड़गपुर, टेटियाबम्बर, असरगंज, संग्रामपुर और बरियारपुर पूरी तरह से सुखाड़ की मार झेल रहा है. बिहार के इन जगहों पर सबसे अधिक धान की खेती की जाती है. लेकिन इस बार यहां के किसान अभी तक मॉनसून आने की राह देख रहे हैं.
बिहार के कई जिलों में बाढ़ की तबाही है, लेकिन मुंगेर के कई प्रखंडों में अभी तक बारिश नहीं होने के कारण धान की खेती प्रभावित है. खेतों में धान का बिचड़ा पूरी तरह तैयार हो गया है, लेकिन धान रोपने के लिए पानी नहीं है.
पंप से खेती करने में डर रहे किसान
कई जगहों पर किसान पंप सेट के सहारे खेतों में धान की रोपनी करने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन किसानों को डर लग रहा है कि अगर समय रहते बारिश नहीं होगी, तो पानी के अभाव में खेतों में ही धान सूख ना जाए और काफी नुकसान झेलना पड़े.