ETV Bharat / state

यादों में नाव और जहाज का सफर! मुंगेर-खगड़िया रेल सह सड़क पुल चालू होने के बाद नौका परिचालन बंद - Munger Khagaria Road Rail Bridge

मुंगेर में नाव का सफर (Boat Ride in Munger) अब केवल यादों में रह जाएगा, क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को मुंगेर-खगड़िया रेल सह सड़क पुल (Munger Khagaria Road Rail Bridge) का उद्घाटन करेंगे. जिसके बाद लोगों को गंगा पार करने के लिए नाव पर चढ़ने की मजबूरी नहीं रहेगी.

यादों में नाव और जहाज का सफर
यादों में नाव और जहाज का सफर
author img

By

Published : Feb 10, 2022, 9:36 PM IST

मुंगेर: बिहार के मुंगेर में लोगों का 20 वर्षो का अधूरा सपना पूरा होने जा रहा है. शुक्रवार से मुंगेर-खगड़िया रेल सह सड़क पुल (Munger Khagaria Road Rail Bridge) पर आवागमन शुरू हो जाएगा. एक तरफ जहां घंटों का सफर मिनटों में तय हो जाएगा तो वहीं दूसरी तरफ लगभग 400 वर्षों से मुंगेर, खगड़िया और बेगूसराय के लोगों का एक-दूसरे जिले में आने-जाने का मुख्य साधन नाव और जहाज का परिचालन बंद हो जाएगा. इसके साथ ही नाव और जहाज का चलना बंद हो जाएगा. अब यह केवल लोगों की यादों में सिमट कर रह जाएगा.

ये भी पढ़ें: शुक्रवार को होगा मुंगेर-खगड़िया सड़क पुल का उद्घाटन, CM के साथ जुड़ेंगे नितिन गडकरी, घोरघट पुल का भी लोकार्पण

मुंगेर से खगड़िया और बेगूसराय जाने के लिए प्रतिदिन दो हजार लोग आवागमन करते हैं. इस संबंध में जानकारी देते हुए नाव संचालक एजेंसी के मैनेजर नवीन कुमार सिंह ने कहा कि 2000 यात्री प्रतिदिन नाव से यात्रा करते हैं. इसमें बड़ों का 20 रुपए, बच्चों का 10 रुपए और मोटरसाइकिल का 30 रुपए का टिकट लगता है. उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 50 हजार का कारोबार होता था लेकिन अब यह कारोबार बंद हो जाएगा. नाव परिचालन से 35 लोगों की जीविका चलती थी. अब हमारी जीविका ही खत्म हो जाएगी. उम्र बीत गई है कोई दूसरा धंधा भी नहीं कर सकते.

गंगा में नौका परिचालन बंद होने से मुंगेर में लाल दरवाजा घाट और खगड़िया में मुंगेर राजघाट के दोनों ओर अस्थाई दुकानदार झाल मुरही, पकौड़ा और चाय-नाश्ता की दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. नाव का परिचालन बंद हो जाने से लगभग 50 लोगों के रोजगार खत्म हो जाएंगे. दुकानदार नरेश कुमार साह ने कहा कि हम लोग इस मुंगेर घाट पर 25 की संख्या में दुकानदार हैं. नाव परिचालन बंद हो जाने से घाट खत्म हो जाएगा. हम लोग के पास कोई दूसरा रोजगार भी नहीं है. उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि उन्हें सड़क किनारे जगह दी जाए ताकि दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें. वहीं, मुंगेर-खगड़िया-बेगूसराय जाने के लिए गंगा नदी में नाव परिचालन बंद होने के सवाल पर यात्री कहते हैं कि आज हम लोग अंतिम बार यात्रा कर रहे है. अब मुंगेर में नाव का सफर यादों में ही रहेगा.

मुंगेर-खगड़िया सड़क पुल की कुल लंबाई 14.5 किलोमीटर है. सड़क पुल चालू हो जाने से लोग सड़क मार्ग से मात्र 15 मिनट में खगड़िया पहुंच जाएंगे. वहीं अभी नाव से पहुंचने में लगभग 1 घंटे का समय लगता है. इससे समय की भी बचत होगी. गंगा में नौका से यात्रा करना खतरे से खाली नहीं रहता था. लोगों को डर भी रहता था लेकिन अब सुरक्षित तरीके से सड़क मार्ग से यात्रा कर सकेंगे. वहीं बाढ़ के समय नाव का परिचालन बंद हो जाने से दूसरे जिले के बीच कनेक्टिविटी भी खत्म हो जाती थी. अब सड़क मार्ग चालू हो जाने से सालों भर खगड़िया और बेगूसराय के बीच संपर्क बना रहेगा.

इसे भी पढ़ें- ..अब 5 घंटे में पटना पहुंचने का सपना होगा साकार, राजधानी को पूरे बिहार से जोड़ने में जुटा पथ निर्माण विभाग

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

मुंगेर: बिहार के मुंगेर में लोगों का 20 वर्षो का अधूरा सपना पूरा होने जा रहा है. शुक्रवार से मुंगेर-खगड़िया रेल सह सड़क पुल (Munger Khagaria Road Rail Bridge) पर आवागमन शुरू हो जाएगा. एक तरफ जहां घंटों का सफर मिनटों में तय हो जाएगा तो वहीं दूसरी तरफ लगभग 400 वर्षों से मुंगेर, खगड़िया और बेगूसराय के लोगों का एक-दूसरे जिले में आने-जाने का मुख्य साधन नाव और जहाज का परिचालन बंद हो जाएगा. इसके साथ ही नाव और जहाज का चलना बंद हो जाएगा. अब यह केवल लोगों की यादों में सिमट कर रह जाएगा.

ये भी पढ़ें: शुक्रवार को होगा मुंगेर-खगड़िया सड़क पुल का उद्घाटन, CM के साथ जुड़ेंगे नितिन गडकरी, घोरघट पुल का भी लोकार्पण

मुंगेर से खगड़िया और बेगूसराय जाने के लिए प्रतिदिन दो हजार लोग आवागमन करते हैं. इस संबंध में जानकारी देते हुए नाव संचालक एजेंसी के मैनेजर नवीन कुमार सिंह ने कहा कि 2000 यात्री प्रतिदिन नाव से यात्रा करते हैं. इसमें बड़ों का 20 रुपए, बच्चों का 10 रुपए और मोटरसाइकिल का 30 रुपए का टिकट लगता है. उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 50 हजार का कारोबार होता था लेकिन अब यह कारोबार बंद हो जाएगा. नाव परिचालन से 35 लोगों की जीविका चलती थी. अब हमारी जीविका ही खत्म हो जाएगी. उम्र बीत गई है कोई दूसरा धंधा भी नहीं कर सकते.

गंगा में नौका परिचालन बंद होने से मुंगेर में लाल दरवाजा घाट और खगड़िया में मुंगेर राजघाट के दोनों ओर अस्थाई दुकानदार झाल मुरही, पकौड़ा और चाय-नाश्ता की दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. नाव का परिचालन बंद हो जाने से लगभग 50 लोगों के रोजगार खत्म हो जाएंगे. दुकानदार नरेश कुमार साह ने कहा कि हम लोग इस मुंगेर घाट पर 25 की संख्या में दुकानदार हैं. नाव परिचालन बंद हो जाने से घाट खत्म हो जाएगा. हम लोग के पास कोई दूसरा रोजगार भी नहीं है. उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि उन्हें सड़क किनारे जगह दी जाए ताकि दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें. वहीं, मुंगेर-खगड़िया-बेगूसराय जाने के लिए गंगा नदी में नाव परिचालन बंद होने के सवाल पर यात्री कहते हैं कि आज हम लोग अंतिम बार यात्रा कर रहे है. अब मुंगेर में नाव का सफर यादों में ही रहेगा.

मुंगेर-खगड़िया सड़क पुल की कुल लंबाई 14.5 किलोमीटर है. सड़क पुल चालू हो जाने से लोग सड़क मार्ग से मात्र 15 मिनट में खगड़िया पहुंच जाएंगे. वहीं अभी नाव से पहुंचने में लगभग 1 घंटे का समय लगता है. इससे समय की भी बचत होगी. गंगा में नौका से यात्रा करना खतरे से खाली नहीं रहता था. लोगों को डर भी रहता था लेकिन अब सुरक्षित तरीके से सड़क मार्ग से यात्रा कर सकेंगे. वहीं बाढ़ के समय नाव का परिचालन बंद हो जाने से दूसरे जिले के बीच कनेक्टिविटी भी खत्म हो जाती थी. अब सड़क मार्ग चालू हो जाने से सालों भर खगड़िया और बेगूसराय के बीच संपर्क बना रहेगा.

इसे भी पढ़ें- ..अब 5 घंटे में पटना पहुंचने का सपना होगा साकार, राजधानी को पूरे बिहार से जोड़ने में जुटा पथ निर्माण विभाग

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.