मधुबनी: देश में गरीबों को रोजगार देने की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण योजना मनरेगा में धांधली का मामला सामने आया है. बिस्फी प्रखंड के पर्वता गांव में मनरेगा के तहत बनने वाली सड़क का काम गांव के मनरेगा मजदूरों से कराने के बजाय जेसीबी मशीन से करवाया जा रहा है. जिसकी वजह से दूसरे राज्यों से आये प्रवासी मजदूरों के सामने बड़ी परेशानी खड़ी हो गई है.
मनरेगा योजना में धांधली
जिले के बिस्फी प्रखंड अंतर्गत पर्वता गांव में मनरेगा योजना से सड़क बनाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. किसान संजीव कुमार महतो ने कहा कि उनके खेतों में लगी सब्जी की फसल को जबरन लोगों ने उखाड़ कर फेंक दिया. जब संजीव ने खेत खाली करने के लिए थोड़ा सा समय मांगा तो लोगों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया. इसके बाद जबरन उनकी खेतों से लगी सब्जी को उखाड़ कर फेंक दिया. जिसके कारण उनका लाखों का नुकसान हुआ है. संजीव ने बताया कि बड़े पैमाने पर करैला, भिण्डी, खीरा, लौकी और कई तरीके की सब्जी को नुकसान पहुंचाया गया.
अधिकारी नहीं दिख रहे गंभीर
मजदूरों ने कहा कि मनरेगा में काम करने वाले मजदूरों के नाम का प्रयोग कर गरीबों को रोजगार के लाभ से वंचित कर दिया गया. सड़क निर्माण को लेकर कोई भी अधिकारी गंभीरता नहीं दिखा रहा है. गांव के किसी भी मनरेगा मजदूर की हिम्मत नहीं कि वह मशीन को रोक सके. मनरेगा के तहत होने वाले कामों को फर्जी बिल और दस्तावेज दिखाकर करोड़ों का गबन करने की जांच सीबीआई में भले ही चल रही हो. लेकिन आज भी इस महत्वपूर्ण योजना में घोटाला बदस्तूर जारी है. वहीं, जिले के विकास पदाधिकारी और बीडीओ ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.