मधुबनी: झंझारपुर सांसद रामप्रीत मंडल को नरुआर गांव में विरोध का सामना करना पड़ा. दरअसल सांसद कमला बलान नदी के बांध टूटने की सूचना पर लोगों का हाल जानने पहुंचे थे. वह हाल-चाल जानने के बाद वापस आने लगे थे. उन्होंने लोगों को बचाने के लिए किसी तरह की कोई रेस्कयू ऑपरेशन चलाने का कोई आश्वासन नहीं दिया. इस पर उन्हें आक्रोशित ग्रामीणों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा.
बतातें चलें कि स्थानीय लोग बाढ़ के कारण छत पर फंसे दर्जनों लोगों के बचाने के लिए लोग रेस्क्यू ऑपरेशन जल्द शुरू करने की बात कह रहे थे. लेकिन सांसद जायजा लेने के बाद वापस होने लगे. इससे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और लोगों ने सांसद पर हमला करने को उतारू हो गये. किसी तरह सांसद को बचाया गया और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला.
खतरे के निशान से ऊपर बह रही है नदी
गौरतलब है कि राज्य में लगातार हो रही बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. मधुबनी में भी पिछले 4 दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है. इस बारिश से कमला बलान नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. कमला नदी खतरे के निशान को पार कर 3 फीट ऊपर बह रही है. नदी का जलस्तर बढ़ने से दोनों तटबंध में कई जगह दबाव बनता जा रहा है. यह कभी भी टूट सकता है. मधुबनी के जयनगर में कमला बलान नदी का पानी पुल के ऊपर से दर्जनों गांवों में घुस चुका है. बाढ़ का पानी लोगों के घरों में प्रवेश कर गया है. दर्जनों लोग घर से बेघर हो गए हैं. नदी का रौद्र रूप देखकर लोग काफी डरे सहमे हुए है.