मधुबनी: जिले के कलुआही प्रखंड अंतर्गत हरिपुर बक्शीटोल गांव मे एक जागरूक आंगनबाड़ी सेविका खुद तो सेफ होकर ड्यूटी निभा रही हैं. लेकिन उसमें पढ़ने वाले बच्चो की कोई फिकर नहीं है रविवार को इस सेविका ने बाल विकास परियोजना अधिकारी के आदेश पर 35 बच्चों को खिचड़ी खाने के लिये राशन मुहैया कराया. लेकिन बच्चों की सुरक्षा के लिए न तो मास्क दिया और न ही सेनिटाइजर उपलब्ध कराया.
बिना मास्क के पहुंचे बच्चे
बता दें कि आंगनबाड़ी केंद्र संख्या-99 में बच्चे बिना मास्क के अपने घरों से आंगनबाड़ी केंद्र तक पहुंचे. ऐसे में सवाल यह उठता है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए बच्चों को क्यों नहीं जागरुक किया जा रहा. जबकि आंगनबंड़ी सेविकाओं से अपने-अपने क्षेत्र की सुरक्षा का ध्यान रखने के लिए कहा गया है. लेकिन इस आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों की सेफ्टी के लिये कोई आलाधिकारी तैयार नहीं है.
बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़
एक तरफ बच्चों को देश का भविष्य माना जाता है. वहीं, दूसरी तरफ इनकी सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. इस आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका तो खुद सेफ्टी में है. लेकिन बच्चों की सुरक्षा पर इनका कोई ध्यान नहीं दे रहा है. सेविका ने कहा कि बच्चे मां के साथ आए हैं.