मधुबनी: बिहार के मधुबनी मेडिकल कॉलेज (Madhubani Medical College) में 10 दिनों से इलाजरत महिला मरीज की मौत हो गई है. जिसको लेकर मृतिका के परिजनों मधुबनी मेडिकल कॉलेज में जमकर हंगामा किया. मृतका के परिजनों का कहना है कि डॉक्टर की लापरवाही की वजह से मेरे मरीज की मौत हो गई. महिला 28 फरवरी को नजीरपुर पुल के पास बाइक से सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई थी जिसके बाद उसे उठाकर इलाज के लिए मधुबनी मेडिकल कॉलेज में ले जाया गया. परिजनों का कहना है कि डॉक्टर ने महिला का इलाज शुरू किया, उस दौरान जब डॉक्टर से पूछा गया तो डॉक्टर ने बताया कि महिला की स्थिति में सुधार है लेकिन कल जब परिजन मिलने पहुंचे तो हम लोगों को मिलने नहीं दिया गया. साथ ही वहां कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं थे. वहीं आज जब हम लोग अस्पताल पहुंचे तो उन लोगों ने बताया कि कल रात में महिला की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई जिसके बाद उसकी मौत हो गई.
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कैसे हुई महिला की मौत: मृतक के परिजनों का कहना है कि ये अस्प्ताल रसूखदार का है और पुलिस और बाहरी लोगों को बुलाकर परिजनों को धमकाकर मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है. महिला की मौत की खबर सुनकर परिजन आक्रोशित हैं उन्होंने बताया कि 10 दिनों से इलाजरत महिला की अचानक तबीयत कैसे खराब हुई. जब कभी डॉक्टर से पूछा जाता तो वो यही बताते कि महिला जल्द से जल्द ठीक हो जाएगी. परिजनों के हंगामा करने की सूचना नगर थाना को दी गई. सूचना पाते ही नगर थाना पुलिस दलबल के साथ मधुबनी स्थित मेडिकल कॉलेज में पहुंच गई और आक्रोशित परिजनों को शांत किया. इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने बताया कि 28 फरवरी को जब महिला को लेकर भर्ती करया गया था तब महिला के सिर में चोट लगने की वजह से वह कुछ बोल नहीं पा रही थी. हम लोगों ने घायल महिला का ट्रीटमेंट शुरू किया उसी दौरान रात को अचानक तबीयत बिगड़ने लगी जिसके बाद उसकी मौत हो गई.
"महिला 28 फरवरी को नजीरपुर पुल के पास बाइक से सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई थी जिसके बाद उसे उठाकर इलाज के लिए मधुबनी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया कराया था. डॉक्टर ने महिला का इलाज शुरू किया, उस दौरान जब डॉक्टर से पूछा गया तो डॉक्टर ने बताया कि महिला की स्थिति में सुधार है लेकिन कल जब परिजन मिलने पहुंचे तो हम लोगों को मिलने नहीं दिया गया. साथ ही वहां कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं थे. वहीं आज जब हम लोग अस्पताल पहुंचे तो उन लोगों ने बताया कि कल रात में महिला की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई जिसके बाद उसकी मौत हो गई. ये अस्प्ताल रसूखदार का है और पुलिस और बाहरी लोगों को बुलाकर परिजनों को धमकाकर मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है."- परिजन
"28 फरवरी को जब महिला को लेकर भर्ती करया गया था तब महिला के सिर में चोट लगने की वजह से वह कुछ बोल नहीं पा रही थी. हम लोगों ने घायल महिला का ट्रीटमेंट शुरू किया उसी दौरान रात को अचानक तबीयत बिगड़ने लगी जिसके बाद उसकी मौत हो गई."-प्रेम कुमार, डॉक्टर
अस्पताल प्रशासन पर सवाल: मृतक महिला की पहचान आरती देवी उम्र 40 वर्ष जगतपुर पंचायत के मारवाड़ गांव निवासी के रूप में हुई है. महिला के 3 बच्चे हैं जिसमें एक बच्चा आंख से कुछ देख नहीं पाता, बच्चे प्रशासन के सामने न्याय की गुहार लगा रहे हैं. मृतक महिला के परिजनों के द्वारा हंगामा कर रहे लोगों को शांत करने के लिए नगर थाना और रहिका थाना मधुबनी मेडिकल कॉलेज पहुंच गई. बहराहाल अस्प्ताल प्रशासन पर सवाल उठना लाजिमी है कि जब चिकित्सक दस दिनों से इलाज कर रहे थे, ऐसे में अगर मरीज सीरियस था तो उसे रेफर क्यों नहीं किया गया.