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मधुबनी: बाढ़ राहत के लिए प्रशासन चुस्त, प्रभावितों की मदद के लिए हैं कई इंतजाम - relief work

जिलाधिकारी ने जिले में कम्युनिकेशन सुविधा को सुचारू रूप से से चलाने का आदेश दिया. साथ ही बाढ़ राहत कार्य में जुटे कई पदाधिकारियों के हेल्प नंबर भी जारी किये हैं.

शीर्षत कपिल अशोक, जिलाधिकारी
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Published : Jul 17, 2019, 11:36 AM IST

मधुबनी: जिले में आई बाढ़ को लेकर समाहरणालय सभागार में जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने प्रेस कान्फ्रेंस किया. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि जिले के 15 प्रखंडों के 152 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. इस बाढ़ से जिले के 1 लाख 45 हजार लोग प्रभावित हुए हैं. लोगों के बीच राहत कार्य चलाया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य कैम्प लगाया गया है. बाढ़ पीड़ितों को खाना खिलाने के लिए सामुदायिक रसोई बनाए गए हैं.

शीर्षत कपिल अशोक, जिलाधिकारी

जिलाधिकारी ने जिले में कम्युनिकेशन सुविधा को सुचारू रूप से से चलाने का आदेश दिया. साथ ही बाढ़ राहत कार्य में जुटे कई पदाधिकारियों के हेल्प नंबर भी जारी किये हैं. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि पशु चारे को उपलब्ध करवाने को लेकर आदेश दिये जा चुके हैं. कई जगहों पर पशु चारे बांटे भी जा रहे हैं. जिलाधिकारी ने लोगों को अफवाहों पर ध्यान ना देने की सलाह दी.

बाढ़ से भयावह हालात
गौरतलब है कि भारी बारिश और नेपाल से नदी में पानी छोड़े जाने के कारण राज्य के 12 जिले बाढ़ की चपेट में आ गये हैं. इस बाढ़ के कारण 25 लोग प्रभावित हो गये. साथ ही 65 लोगों की डूबने से मौत हो गई. कई जिलों में हालात भयावह बनी हुई है. बाढ़ पीड़ित किसी तरह से सुरक्षित स्थानों पर शरण लिये हुए हैं. वहीं, जिले में प्रशासन की ओर से राहत कार्य चलाये जा रहे हैं.

मधुबनी: जिले में आई बाढ़ को लेकर समाहरणालय सभागार में जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने प्रेस कान्फ्रेंस किया. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि जिले के 15 प्रखंडों के 152 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. इस बाढ़ से जिले के 1 लाख 45 हजार लोग प्रभावित हुए हैं. लोगों के बीच राहत कार्य चलाया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य कैम्प लगाया गया है. बाढ़ पीड़ितों को खाना खिलाने के लिए सामुदायिक रसोई बनाए गए हैं.

शीर्षत कपिल अशोक, जिलाधिकारी

जिलाधिकारी ने जिले में कम्युनिकेशन सुविधा को सुचारू रूप से से चलाने का आदेश दिया. साथ ही बाढ़ राहत कार्य में जुटे कई पदाधिकारियों के हेल्प नंबर भी जारी किये हैं. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि पशु चारे को उपलब्ध करवाने को लेकर आदेश दिये जा चुके हैं. कई जगहों पर पशु चारे बांटे भी जा रहे हैं. जिलाधिकारी ने लोगों को अफवाहों पर ध्यान ना देने की सलाह दी.

बाढ़ से भयावह हालात
गौरतलब है कि भारी बारिश और नेपाल से नदी में पानी छोड़े जाने के कारण राज्य के 12 जिले बाढ़ की चपेट में आ गये हैं. इस बाढ़ के कारण 25 लोग प्रभावित हो गये. साथ ही 65 लोगों की डूबने से मौत हो गई. कई जिलों में हालात भयावह बनी हुई है. बाढ़ पीड़ित किसी तरह से सुरक्षित स्थानों पर शरण लिये हुए हैं. वहीं, जिले में प्रशासन की ओर से राहत कार्य चलाये जा रहे हैं.

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समाहरणालय सभागार मे जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने जिले मे आई बाढ़ को लेकर प्रेस कान्फ्रेंस किया।इस कान्फ्रेंस मे जिला पदाधिकारी ने बताया कि जिले में 15 प्रखंड बाढ़ से प्रवाभित है।झंझारपुर, मधेपुर, बिस्फी,बेनीपट्टी, पंडौल,अंधराठाढ़ी, फुलपरास, लौकही,लौकहा सहित 15 प्रखंड के 152 गांव बाढ़ से प्रवाभित है।जहां राहत कार्य चलाया जा रहा है।स्वास्थ्य विभाग के और से स्वास्थ्य कैम्प लगाया गया है। सामुदायिक रसोइ के रूप में बाढ़ पीड़ित को खाना खिलाया जाता है।जिले मे वी एस एन एल कें टावर का नेटवर्क सही नही रहने कें कारण बाढ़ की सूचना देने को लेकर फोन करने पड़ पदाधिकारियों का नम्बर नही लग रहा हैं , इसे लेकर जिला पदाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों कें कई अन्य नम्बर जारी किये गये हैं !
गौरतलब हैं कि नेपाल से पानी छोड़ने एवं भारतीय क्षेत्र मे अत्यधिक पानी पड़ने से मधुबनी जिला मे बाढ़ आने से लोग बुरी तरह त्रस्त हैं , कोसी , कमला , भूतही नदी पुरे उफान पड़ हैं , कई तटबंध टूट चुके हैं , लोग किसी तरह जान बचाकर एन एच पर शरण लिये हुये हैं , बेनीपट्टी, लदनिया , झंझारपूर, मधेपुर , खजौली सहित रिहायशी इलाको मे बाढ़ का पानी आने से लोग त्रस्त हैं ! अपने साथ -साथ लोग पशु माल -जाल को भी सुरक्षित रखने मे परेशान हैं !बाढ़ मे बहने कें कारण जिले मे लोगो की लापता और मृत्यु होने कि भी ख़बर आ रही हैं !कई मकान क्षति पहुंची है सर्वेक्षण किया जा रहा है।
बाइट शीर्षत कपिल अशोक dm मधुबनी
अरविंद कुमार, मधुबनीConclusion:null
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