मधुबनीः जनवितरण प्रणाली के तहत गरीबों को मिलने वाली अनाज की कालाबाजारी रोकने के लिए सरकार कई जरूरी कदम उठा रही है. इसके बावजूद डीलर अनाज की कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला जिले के पंडौल प्रखंड के श्रीपुर हाटी दक्षिणी पंचायत के शाहपुर गांव का है. यहां बड़े पैमाने पर अनाज की कालाबाजारी का मामला सामने आ रहा है.
'नहीं दिया जाता अनाज'
शाहपुर गांव के उपभोक्ताओं का आरोप है कि उन्हें करीब 6 महीने से सही ढंग से अनाज नहीं मिल पा रहा है. लोगों ने बताया कि उनसे पॉक्स मशीन में अंगूठा लगवा लिया जाता है और अनाज देने के समय टालमटोल किया जाता है. इसे लेकर ग्रामीणों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी से लेकर जिलाधिकारी तक आवेदन देकर अनाज दिलाने की गुहार लगाई. लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया.
गरीबों को मुफ्त अनाज
अनाज नहीं मिलने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. ग्रामीणों ने बताया कि एम ओ शिकायत दर्ज करने के बाद आते हैं और उसके बाद कम्प्रोमाइज करने की बात कही जाती है. उन्होंने बताया कि भारत सरकार कोरोना महामारी के दौर में गरीबों को मुफ्त अनाज दे रही है. वह भी लोगों तक नहीं पहुंच रही है.
दोषियों पर होगी कार्रवाई
सदर एसडीएम अभिषेक रंजन ने बताया कि ग्रामीणों से अनाज नहीं मिलने का एक आवेदन प्राप्त हुआ है. इसके बहाद एम ओ पंडोल को जांच करने का आदेश दिया गया है. जांच के बाद दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी.