मधुबनी: मोटर चालक यूनियन ने 5 सूत्री मांगों को लेकर जयनगर में एकदिवसीय धरना दिया. उनका कहना है कि लॉकडाउन की वजह से उनकी सामने आर्थिक परेशानी खड़ी हो गई है. परिवार का पालन-पोषण मुश्किल हो रहा है. ऐसे में सरकार उनकी मदद करे. अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो इन्होंने चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी है.
5 सूत्री मांगों के समर्थन में वाहन चालकों का धरना
जयनगर के बाबा पोखर पर एक दिवसीय धरना में जुटे मोटर चालकों ने कहा कि इस संकट की घड़ी में सरकार हमारी मदद करे, नहीं तो हमारे लिए जीना मुश्किल हो गया है. उन्होंने अपनी 5 सूत्री मांगों में कहा है कि लॉकडाउन से प्रभावित सभी मोटर चालकों को परिवार के भरणपोषण के लिए सरकार हर महीने 15 हजार रुपये की आर्थिक मदद करे. मोटर चालक की मौत होने पर परिजनों को 25 लाख मुआवजा दिया जाय. सभी मोटर चालकों की 25 लाख की बीमा कराई जाए. लोन पर लिए गए वाहनों के किश्त माफ हों और वाहन चालकों पर हो रहे पुलिस दमन पर रोक लगे. उन्हें सुरक्षा की गांरटी दी जाए. वाहन चालकों का कहना है कि उन्होंने अपनी मांगों को लिखित रूप से मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को भेजा है.
![मधुबनी](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/7377198_458_7377198_1590651906977.png)
सरकार पर लगाया उदासीनता का आरोप
धरना स्थल पर मौजूद यूनियन के अध्यक्ष सद्दाम ने कहा कि लॉकडाउन के कारण मोटर चालकों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है. मोटर चालक हमेशा देश में विकट परिस्थितियों में भी जान जोखिम में डालकर अपना कर्तव्य निभाते हैं. इस वैश्विक महामारी में भी कोरोना से प्रभावित लोगों को इलाज में ले जाने की बात हो या प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने की. हमने ईमानदारी से अपनी भूमिका निभाई है.
![मधुबनी](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/br-mad-01-moter-chalak-union-ki-mang_28052020104956_2805f_1590643196_163.jpg)
इसकी वजह से कई चालक कोरोना की चपेट में भी आ गए हैं. लेकिन, हमने अपनी जिम्मेदारी पूरी की. लेकिन, सरकार हमारी ओर से उदासीनता बरत रही है. जिसकी हम निंदा करते हैं. हम जल्द से जल्द अपनी मांगों को मांगने की गुजारिश करते हैं. इस मौके पर कई मोटर चालक मौजूद रहे.