मधुबनी: जिले में स्टूडेंट यूनियन के कार्यकर्ताओं ने हरलाखी थाना पर जमकर प्रदर्शन के साथ नारेबाजी की. इलाके में हो रही शराब बिक्री के विरोध में हरलाखी थाना का घेराव कर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया गया.
स्टूडेंट यूनियन के कार्यकर्ता का धरना प्रदर्शन
स्टूडेंट यूनियन के कार्यकर्ता थाना के मेन गेट पर कई घंटे तक धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान एमएसयू कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर कथित आरोप लगाते हुए हरलाखी थाना क्षेत्र के एक गांव में एक मूक-बधिर नाबालिग के साथ हुए गैंगरेप और अंखफोड़वा कांड को लेकर भी शराब बिक्री को ही जिम्मेदार ठहराया.
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गांव में खुलेआम शराब की बिक्री
स्टूडेंट यूनियन के कार्यकर्ताओं ने कहा गैंगरेप जैसी घटना वहां खुलेआम हो रही शराब बिक्री के कारण हुई है. वहां के ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत विधायक से किया कि गांव में खुलेआम शराब की बिक्री हो रही है, जिससे वहां के तीन वहशी दरिंदों ने शराब पीकर मूक-बधिर नाबालिग के साथ गैंगरेप कर दोनों आंखें भी फोड़ दी.
"हरलाखी पुलिस कानून व्यवस्था कायम करने में असफल है. शराब माफियाओं को संरक्षण देने का काम करती है. पुलिस जल्द कानून व्यवस्था को कायम करें. शराब माफिया को संरक्षण देना बंद करें. शराब कारोबारी और नशीली दवाओं के कारोबारी के खिलाफ अविलंब कार्रवाई करें. प्रखंड के विभिन्न गावों में फोन से आर्डर लेने के बाद शराब की होम डिलीवरी होती है. कानून व्यवस्था कायम करने में विफल होती है तो संगठन और जोरदार प्रदर्शन करने के लिए विवश होगा".- अविनाश भारद्वाज, राष्ट्रीय अध्यक्ष, एमएसयू
''शराब मामले को लेकर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. हर रोज शराब के साथ अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो रही है. सूचना मिलती है तो त्वरित कार्रवाई होती है. खुली नेपाल सीमा होने के कारण नेपाल से तस्करी होती है लेकिन पुलिस तस्करों के खिलाफ कार्रवाई भी करती है. वहीं, गैंगरेप मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने का काम किया. साथ ही वरीय पुलिस पदाधिकारी के निर्देश पर स्पीडी ट्रायल के तहत कठोर सजा दिलाने के लिए सभी साक्ष्य भी कोर्ट में प्रस्तुत भी कर दिया गया''.- प्रेम लाल पासवान, थानाध्यक्ष
जांच के बाद होगी कार्रवाई
वहीं, बेनिपट्टी एसडीपीओ अरुण कुमार सिंह ने कहा कि एमएसयु के द्वारा प्रदर्शन से पूर्व कोई सूचना नहीं दी गयी है. घेराव कर पुलिस पर गलत आरोप लगाया गया है, जो गैर कानूनी है. इस मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.