मधुबनी : मिथिला पेंटिंग वैसे तो विश्व प्रसिद्ध है, शुक्रवार को मिथिला पेंटिंग 'गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल हुआ. इसको लेकर भव्य समारोह का आयोजन किया गया. गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स के कर्ताधर्ता मनीष विश्नोई ने ये सम्मान अपने हाथों से मिथिला पेंटिंग के लिये मधुबनी को दिया.
कई मंत्री रहे मौजूद
इस मौके पर बिहार सरकार के पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा, कृषि मंत्री प्रेम कुमार, विधायक रामप्रीत पासवान, विधान पार्षद सुमन महासेठ, पद्मश्री गोदावरी दत्ता, सुप्रसिद्ध मैथिली गायिका मैथिली ठाकुर सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे. अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. इस दौरान अतिथियों का स्वागत मिथिला की परम्परा के अनुसार मिथिला पेंटिंग से बनी हई चादर, पाग और दुपट्टा से किया गया.
पूरे विश्व में अपनी पहचान बनाई है
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ये मिथिला के लिये गौरव की बात है. आज के दिन को इतिहास के पन्ने में सुनहरे अक्षरों में लिखा जायेगा. मिथिला पेंटिंग ने देश ही नहीं, पूरे विश्व में अपनी पहचान बनाई है. इस दौरान पद्मश्री गोदावरी दत्ता को मिथिला पेंटिग से सम्मानित किया गया. इसके साथ ही कार्यक्रम में मिथिला पेंटिंग कलाकारों का भी सम्मान किया गया.
मिथिला पेंटिंग से सजा है मधुबनी रेलवे स्टेशन
गौरतलब है कि पूरे मधुबनी रेलवे स्टेशन को मिथिला पेंटिंग कलाकारों ने बड़े ही खूबसूरत अंदाज में कई थीम पर मिथिला पेंटिंग से सजाया है. नगर भवन में आयोजित कार्यक्रम में रवि व्योम शंकर झा (फाउनडर डायरेक्टर), योग साईंस एंड रिसर्च सेन्टर, एऑन रिसर्च के डायरेक्टर अनिल झा और संजय सिंह के अथक प्रयास से मिथिला पेंटिंग को यह सम्मान मिला है.