मधुबनीः जिले में बिहार राज्य सब्जी प्रसंस्करण और विपणन योजना के क्रियान्वयन को शुरू करने के लिए समाहरणालय सभाकक्ष में बैठक की गई. यह बैठक संयुक्त सचिव, सहकारिता सह प्रबंध निदेशक, वेजफेड बिहार आनन्द शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई. जिसमें अपर समाहर्ता अवधेश राम, जिला सहकारिता पदाधिकारी अमृताश ओझा सहित सभी प्रखंण्डों के सहकारिता प्रसार पदाधिकारी और दरभंगा, मधुबनी जिला के किसान उपस्थित थे.
बिहार सरकार की महत्वकांक्षी योजना का ब्रांड है 'तरकारी'
बैठक के बाद आनन्द शर्मा ने बताया कि बिहार राज्य सब्जी प्रसंस्करण और विपणन योजना बिहार सरकार की महत्वकांक्षी योजना है. जिसे वर्तमान में सहकारिता विभाग बिहार सरकार द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है. वेजफेड टीम और इससे संबंधित संघ/प्राथमिक सब्जी उत्पादक सहकारी समिति योजना के ब्राण्ड “तरकारी“ को नई ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के सब्जी उत्पादकों और ग्राहकों के लिए त्रि-स्तरीय सहकारी समितियों के माध्यम से प्राथमिक सब्जी उत्पादक सहकारी समिति स्थापित करना है. जिससे सब्जी उत्पादकों को उत्पाद का लाभकारी मूल्य मिल सके. साथ ही उपभोक्ताओं को गुणवत्ता पूर्ण सब्जी की सुनिश्चित आपूर्ति प्रतिस्पर्धात्मक दर पर हो सके.
मोबाइल वैन से बेची जा रही सब्जी
इस त्रि-स्तरीय सहकारी संचरना के तहत पटना, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय और नालंदा के प्राथमिक सब्जी उत्पादक सहकारी समिति की सम्बद्ध हैं. इसमें पटना संघ पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चम्पारण, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और शिवहर के प्राथमिक सब्जी उत्पादक सहकारी समिति की सम्बद्धता से तिरहुत संघ कार्यरत है.
इस योजना का ब्राण्ड “तरकारी” है. संघ द्वारा सब्जी व्यवसाय के वास्तविक अनुभव को प्राप्त करने और इसमें निहित चुनौतियों के आकलन के लिए मोबाइल वैन के माध्यम से पटना और मोतिहारी के शहरी क्षेत्र में खुदरा सब्जी बिक्री की जा रही है. प्राथमिक समितियों और संघ द्वारा स्थानीय मण्डी में थोक विपणन का भी कार्य किया जा रहा है. पटना और तिरहुत संघ द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 में 28,63,48,267 रूपये की सब्जी का व्यवसाय किया गया.