पटना: 66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2019 (National Film Awards) की घोषणा कर दी गई है. इस साल गैर फीचर श्रेणी में सूबे के मधुबनी स्टेशन पर बनी फिल्म 'मधुबनी: द स्टेशन ऑफ कलर्स' को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है.
गैर फीचर श्रेणी में हुआ चयन
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के लिए 45 दिनों तक स्क्रीनिंग चली. इसमें 419 फिल्मों की स्क्रीनिंग हुई. इसमें मधुबनी रेलवे स्टेशन पर बनी फिल्म 'द स्टेशन ऑफ कलर्स' का चयन गैर फीचर फिल्म के श्रेणी में किया गया. इस फिल्म में स्टेशन की साफ-सफाई और सजावट को दिखाया गया है. फिल्म का निर्माण सुलभ इंटरनेशनल संस्थापक डॉ. विंदेश्वर पाठक के सहयोग से हुआ है.
दस दिन तक चली थी शूटिंग
मधुबनी स्टेशन पर स्थानीय कलाकारों ने मधुबनी पेंटिंग का काम किया है. इस पेटिंग को फिल्म में प्रमुखता से दर्शाया गया है. इस शार्ट फिल्म की शूटिंग करीब दस दिन तक चली थी. इसकी पहल समस्तीपुर रेल मंडल के तत्कालीन डीआरएम आरके जैन ने किया था. फिल्म के क्रिएटिव और एक्टिंग डायरेक्टर कमलेश मिश्रा हैं. जबकि उर्विजा उपाध्याय और दीपक अग्निहोत्री ने फिल्म में आवाज दी है.
चुनाव के कारण अप्रैल में नहीं हो सकी घोषणा
गौरतलब है कि इन अवॉर्ड्स की घोषणा इस साल अप्रैल महीने में होनी थी. लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण इसे टाल दिया गया था. वहीं बेस्ट हिंदी फिल्म का पुरस्कार आयुष्मान खुराना की फिल्म अंधाधुन ने जीती है. आयुष्मान को अंधाधुन और विक्की कौशल को उरी फिल्म के लिए बेस्ट एक्टर के तौर पर चयन किया गया है.