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मधुबनी में परिवार नियोजन मेला का आयोजन, पुरुषों और महिलाओं को दी गई कई जानकारी

परिवार विकास अभियान संचार अभियान जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से कार्यशाला का आयोजन किया गया. यह अभियान 14 जनवरी से शुरू किया गया जो 30 जनवरी तक चलेगा.

परिवार नियोजन मेला
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Published : Jan 23, 2021, 5:49 PM IST

मधुबनी: सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के सहयोग से जिला अस्पताल सभागार में परिवार नियोजन मेला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का आयोजन मिशन परिवार विकास अभियान संचार अभियान कोविड-19 निराकरण विषय पर किया गया. सभी प्रखंड में परिवार नियोजन मेला का आयोजन किया जा रहा है.

कार्यशाला का आयोजन
मेले में लोगों को परामर्श के साथ निशुल्क गर्भनिरोधक साधनों को उपलब्ध कराया जा रहा है. दुनिया में भारत जनसंख्या के आधार पर दूसरे स्थान पर है. भारत सरकार निशस्त्रीकरण के मुद्दे पर परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से मिशन परिवार विकास अभियान की शुरुआत की गई है.

Madhubani
परिवार नियोजन मेला

ये भी पढ़ें- पूर्णिया: सदर अस्पताल के डॉक्टर और कर्मियों को नहीं मिला 6 महीने से वेतन

'पुरुष नसबंदी और स्त्री नसबंदी में किसी एक को चुनना हो तो पुरुष नसबंदी को चुनना बेहतर होगा. पुरुष नसबंदी का ऑपरेशन आसान है. इसमें अस्पताल में भर्ती होने की भी जरूरत नहीं पड़ती. ऑपरेशन के बाद पुरुष घर जा सकते हैं और पुरुष नसबंदी गर्भ रोकने का एक स्थाई तरीका भी है'. डॉ. सुनील कुमार झा, सिविल सर्जन

बता दें कि यह अभियान जिले में 14 जनवरी से शुरू की गया जो 30 जनवरी तक चलेगा. वहीं, परिवार नियोजन कार्यक्रम को सफल बनाने में पुरुषों की भागीदारी जरूरी है.

मधुबनी: सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के सहयोग से जिला अस्पताल सभागार में परिवार नियोजन मेला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का आयोजन मिशन परिवार विकास अभियान संचार अभियान कोविड-19 निराकरण विषय पर किया गया. सभी प्रखंड में परिवार नियोजन मेला का आयोजन किया जा रहा है.

कार्यशाला का आयोजन
मेले में लोगों को परामर्श के साथ निशुल्क गर्भनिरोधक साधनों को उपलब्ध कराया जा रहा है. दुनिया में भारत जनसंख्या के आधार पर दूसरे स्थान पर है. भारत सरकार निशस्त्रीकरण के मुद्दे पर परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से मिशन परिवार विकास अभियान की शुरुआत की गई है.

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'पुरुष नसबंदी और स्त्री नसबंदी में किसी एक को चुनना हो तो पुरुष नसबंदी को चुनना बेहतर होगा. पुरुष नसबंदी का ऑपरेशन आसान है. इसमें अस्पताल में भर्ती होने की भी जरूरत नहीं पड़ती. ऑपरेशन के बाद पुरुष घर जा सकते हैं और पुरुष नसबंदी गर्भ रोकने का एक स्थाई तरीका भी है'. डॉ. सुनील कुमार झा, सिविल सर्जन

बता दें कि यह अभियान जिले में 14 जनवरी से शुरू की गया जो 30 जनवरी तक चलेगा. वहीं, परिवार नियोजन कार्यक्रम को सफल बनाने में पुरुषों की भागीदारी जरूरी है.

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