मधुबनीः जिले में इलेक्ट्रिक ट्रेन चालू होते ही देश के सभी कोनों में जाने के लिए गाड़ी की गति बढ़ गई. मिथिलांचल की धरती पर बुधवार को सुबह जयनगर से पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन शहीद एक्सप्रेस को अमृतसर के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया.
पहली बार शुरू हुआ इलेक्ट्रिक ट्रेन
मधुबनी जिले का जयनगर अनुमंडल इंडो नेपाल का सीमावर्ती इलाका है. पड़ोसी देश नेपाल के भी कई ऐसे लोग हैं, जो इंडिया में प्राइवेट नौकरी करते हैं. इस ट्रेन के शुरू हो जाने से उन लोगों को भी आने जाने में सुविधा होगी.
इलेक्ट्रिक ट्रेन से 1700 करोड़ की होगी बचत
वहीं, इलेक्ट्रिक इंजन से रेलवे को भी 1700 करोड़ की बचत होगी. साथ ही ट्रेनों की गति में काफी तेजी देखा जाएगा. इसीलिए इलेक्ट्रिक इंजन की गाड़ी जयनगर से खुलते ही सभी के चेहरे पर खुशी दिखने लगी. वहीं, ट्रेन परिचालन होने से पहले ड्राइवर और सभी रेल कर्मी को फूल का माला पहनाकर विदा किया गया.
ट्रेन शुरू होने से यात्री खुश
भारत सरकार के गाईडलाइन के बाद रेलवे विभाग ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए हैं. ट्रेन में यात्रा करने से पूर्व यात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी जांच के बाद ही ट्रेन में प्रवेश दिया जाएगा. इस ट्रेन में कंफर्म टिकट वाले ही यात्रा का सफर कर सकेंगे. 130 यात्रियों को ही कंफर्म टिकट मिला है और उन्हीं लोगों को स्वाथ्य जांच करने के बाद ट्रेन में बिठाया गया. हालांकि ट्रेन में यात्रियों को खुशी का ठिकाना नहीं रहा.