मधुबनी: जिले के अंचलाधिकारी का हमेशा अपने कार्यालय से गायब होने की वजह उनको डीएम ने प्रपत्र देने का आदेश दिया है. डीएम को बहुत सी शिकायतें मिलने के बाद उन्होंने ऐसा आदेश दिया है. वहीं अंचलाधिकारी रोहित कुमार के इस व्यवहार से बाढ़ पीड़ितों को काफी परेसानियों का सामना करन पड़ रहा है.
डीएम ने दिया प्रपत्र देने का आदेश
दरअसल, जिले के प्रखंड सह अंचल कार्यालय लखनौर के अंचलाधिकारी रोहित कुमार कार्यालय से हमेशा गायब रहते हैं. इसको लेकर लोगों ने कई अधिकारियों से शिकायत की. इसके बाद जिला पदाधिकारी शिर्सत कपिल अशोक ने एक आवश्यक मीटिंग लखनौर कार्यालय में की. इस मीटींग में भी अंचलाधिकारी गायब पाए गए. वहीं इसकी शिकायत मिलने पर डीएम ने झंझारपुर एसडीएम को प्रपत्र गठित करने का आदेश दिया. वहीं इस वजह से बाढ़ पीड़ित भी अपने आवेदन प्रत्र लेकर ऑफिस का चक्कर लगाते नजर आए. लोग घंटों तक अंचलाधिकारी का इंतजार करते रहे, लेकिन रोहित कुमार कार्यालय से गायब ही रहे. वहीं लखनौर प्रखंड के जनप्रतिनिधियों ने भी अंचलाधिकारी पर पैसे लेकर गलत लोगों को बाढ़ सहायता राशि देने का आरोप लगाया है.
बाढ़ पीड़ितों को हो रही है परेशानी
इस मामले को लेकर झंझारपुर एसडीएम अंशुल अग्रवाल ने बताया कि वह हमेशा गायब नहीं रहते हैं लेकिन जिला पदाधिकारी का बैठक थी उस दिन गायब रहे थे. इस बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इस जिला पदाधिकारी के आने की सूचना के उपरांत भी अंचलाधिकारी कार्यालय से गायब थे. जिलाधिकारी ने प्रपत्र को गठित करने का आदेश दिया है हमने अंचला अधिकारी से स्पष्टीकरण पूछा है. जनप्रतिनिधियों ने भी अंचलाधिकारी पर पैसे लेकर गलत तरीके से नाम जोड़ने का आरोप लगाया है. यह आरोप कहां तक सत्य है यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा.