मधुबनी: बाढ़ प्रभावित जिलों में शुमार यह जिला हर साल बाढ़ की दंश झेलता है. यही वजह है कि यहां का अधिकतर इलाका अब भी पिछड़ा है. इस इलाके में पक्की सड़क की सख्त जरूरत होती है. लेकिन, सरकारी धन को लूटने वालों की यहां कोई कमी नहीं है. सड़क के नाम पर रकम तो सरकारी खजाने से निकाल ली गई, लेकिन यहां सड़क के नाम पर अब भी धूल उड़ती रेत दिखाई देती है.
मामला मधवापुर प्रखंड अंतर्गत और तरैया पंचायत का है. 2018 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका शिलान्यास किया था. लेकिन 2 साल बाद भी यह सड़क बनकर तैयार नहीं हुई है.
![मधुबनी](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/br-mad-01-sadak-nirman-ghotala_20052020130257_2005f_1589959977_1065.jpg)
सड़क निर्माण के नाम पर लूट
जिले के मधवापुर प्रखंड अंतर्गत और तरैया पंचायत में 2018 को ही सड़क का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया. उसी समय संवेदक को इस सड़क को बनाने के लिये परमिशन भी दे दिया गया. लेकिन 2 साल बीत गए , लेकिन यह सड़क आजतक नहीं बन पाई. यह सड़क पांच पंचायत के लोगों को जोड़ती है. यहां तक कि सीतामढ़ी जिला सीमा को भी छूती है. सैकड़ों लोगों को इस सड़क से लाभ मिलता है. लेकिन, इससे विकास के नाम पर लूटने वालों को क्या? वो पैसे डकार कर आराम से हैं. उनकी उदासीनता का दंश यहां सैकड़ों लोग झेलने को विवश हैं.
![मधुबनी](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/br-mad-01-sadak-nirman-ghotala_20052020130257_2005f_1589959977_845.jpg)
दोषियों पर कार्रवाई की मांग
यह इलाका पिछड़ा है. आजादी से पहले जैसे ही हालात अब भी इस इलाके के लोगों का है. इस इलाके में विकास के नाम पर सिर्फ लूट हो रही है. इधर, एक सड़क नहीं बल्कि तीन-तीन सड़कों के नाम पर करोड़ों रुपये का घोटाला कर लिया गया. पैसों की निकासी हो गई. लेकिन, सड़क निर्माण नहीं हुआ. ऐसे में आरईओ विभाग समेत संवेदक पर भी घोटाले का आरोप लग रहा है. ऐसे में जरूरी है कि एक उचित जांच हो और सड़क निर्माण के नाम पर लूट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो और सालों से सड़क की आस लगाए लोगों की ख्वाहिश पूरी हो.