सारणः जिले में बाढ़ का कहर जारी है. इसी बीच बाढ़ के पानी में डूबने से मकेर थाना क्षेत्र में चिकित्सक और कंपाउंडर की मौत हो गई. पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.
दुर्गापुर के चिकित्सक युगेश्वर कुमार सिंह पिता राजेन्द्र सिंह माझी के रहने वाले थे. वहीं, कंपाउंडर विक्की कुमार मढौरा थाना क्षेत्र के आटा निवासी थे. दोनों चिकित्सक ओर कंपाउंडर पैदल किसी क्लिनिक पर जा रहे थे. पानी का बहाव काफी तेज होने के कारण पैर फिसल जाने से दोनों पानी में बह गए.
एनडीआरएफ की टीम ने निकाला शव
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने काफी खोजबीन की, लेकिन शव का पता नहीं चल पाया. बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने एनडीआरएफ की टीम और स्थानीय लोगों की मदद से शव को खोज निकाला. शव को नाव से फुलवरिया बाजार लाया गया और छपरा पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा दिया गया. घटना के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है.
मधुबनी में 12 वर्षीय बच्चे की मौत
उधर मधुबनी में बाढ़ के पानी में डूबने से एक 12 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई. घटना पतौना ओपी थाना क्षेत्र के कठैला गांव की है. मृतक की पहचान कठैला गांव निवासी मो. अशरफ शेख के 12 वर्षीय पुत्र मो. सरफराज शेख के रूप में की गई है.
जानकारी के अनुसार मृतक भैरवा अपने नानी के गांव से कठैला जा रहा था. कठैला गांव के पास पुल पर बाढ़ के पानी में साथियों को नहाते हुए देखने लगा. इसी दौरान अचानक पैर फिसल जाने से तेज बहाव के कारण पुल के अंदर चला गया. वो पुल के अंदर ही फंस गया और बाहर निकल नहीं सका. वहां मौजूद अन्य बच्चों ने परिजनों को इसकी सूचना दी.
परिजनों का रो-रोकर हुआ बुरा हाल
काफी मशक्कत के बाद मल्लाह ने घंटों खोजने के बाद पुल के अंदर से शव निकाला. उधर मौत की खबर सुनते ही गांव में मातमी सन्नाटा छा गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. घटना की सूचना मिलते ही पतौना थानाध्यक्ष विजय पासवान ने दल बल के साथ पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया और आगे की कार्रवाई में जुट गए. हालांकि परिजन शव का पोस्टमॉर्टम कराने के लिए तैयार नहीं थे.