मधुबनी: जिले में झंझारपुर में नगर पंचायत चुनाव के अविश्वास प्रस्ताव के बाद नए अध्यक्ष के रूप में वीरेंद्र नारायण भंडारी ने पदभार संभाला. इस मौके पर वार्ड पार्षदों ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया.
नगर पंचायत अध्यक्ष बने वीरेंद्र नारायण भंडारी
दरअसल, कई दिनों से जिले के नगर पंचायत झंझारपुर का पद खाली पड़ा हुआ था. बताया जाता है कि नगर पंचायत चुनाव के अविश्वास प्रस्ताव के बाद कोई भी उस पद पर नहीं आया था. जिसके बाद सोमवार को नगर पंचायत के नए अध्यक्ष के रूप में वीरेंद्र नारायण भंडारी ने कुर्सी संभाली. उन्होंने मुख्य पार्षद के रूप में अपना पदभार ग्रहण किया. इस मौके पर वॉर्ड पार्षदों ने उन्हें माला पहनाया कर उनका स्वागत किया.
'नगर वासियों के लिए करेंगे काम'
मुख्य पार्षद वीरेंद्र नारायण भंडारी ने बताया कि झंझारपुर नगर पंचायत के विकास के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा. किसी भी तरह से नगर पंचायत विकास से अछूता नहीं रहेगा. उन्होंने कहा कि सभी 16 वॉर्ड पार्षदों से मिलजुल कर विकास कार्य करेंगे. नगर वासियों को हर संभव मदद की नए पार्षदों की ओर से किया जाएगा.
अविश्वास प्रस्ताव के बाद बने नये अध्यक्ष
बता दें कि ढ़ाई साल पहले नगर पंचायत के चुनाव में उप मुख्य पार्षद के रूप में उन्होंने अपनी पद संभाला था. अब अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद पूर्व अध्यक्ष उषा देवी को उन्होंने पराजित कर मुख्य पार्षद के रुप में कब्जा जमाया है.