मधुबनी: बीजेपी सांसद प्रो. राकेश सिन्हा ने कहा कि अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवारों के राष्ट्रद्रोह के प्रतीक भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बेगूसराय के तीन स्थानों से चुनाव लड़ रही है. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिस तरह राष्ट्रद्रोह के साथ खड़ी है. रामधारी सिंह दिनकर की राष्ट्रवाद की जमीन बेगूसराय उसका उत्तर उन्हें पराजित करके देगी.
'किसके साथ खड़े हैं ये दल'
सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि जिस तरह फ्रांस में कट्टरता के आधार पर असहमति का जवाब गला काटने से है. भारत में तीन विपक्षी पार्टी कांग्रेस, आरजेडी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जवाब दे कि वो गला काटने वालों के साथ खड़ी है या कट्टरता के साथ लड़ने वाले आईकॉन और नरेंद्र मोदी ने जो सहयोग किया है उसके साथ खड़े हैं. बेगूसराय की जनता उनसे ये भी समझना चाहेगी की ये दल राष्ट्रवाद को महफूज करना चाहेगी या अलगाववाद या पृथकतावाद को मजबूत करना चाहेगी.
'राहुल गांधी का समर्थन प्राप्त है'
इस मौके पर राकेश सिन्हा ने कहा कि कश्मीर का एक-एक इंच हमारा है. कश्मीर में मुफ्ती और अब्दुल्ला के परिवार ने जनतंत्र को बंदी बनाकर रखा. कश्मीर में धारा-370 और 35a के हटने के बाद विकास और लोकतंत्र जनता के दरवाजे तक पहुंच पाया है. उन्होंने कहा कि जिस तरह कश्मीर में अमन और चैन पैदा हुआ है. उस अमन-चैन को समाप्त करने के लिए पाकिस्तान और चीन की मदद लेकर वहां अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए साफ तौर पर अब्दुल्ला और मुक्ति परिवार जिम्मेवार हैं. यह दोनों ही परिवार राष्ट्रद्रोह के प्रतिबिंब बन गए हैं और इन दोनों ही परिवारों को राहुल गांधी का समर्थन प्राप्त है.
राकेश सिन्हा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी आज भी अब्दुल्ला के उस बयान की निंदा नहीं कर पाए. जिसमें उन्होंने चीन से मदद मांगने की बात कही थी. राहुल गांधी और कम्युनिस्ट पार्टी ने तिरंगा नहीं उठाने के मुफ्ती के उस बयान की भी निंदा नहीं की, तो मुझे लगता है कि यह पार्टियां आज भी राष्ट्रद्रोह के साथ खड़ी है. राकेश सिन्हा ने दावा किया है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम आने वाले 5 वर्षों में चीन के कब्जे में 36 हजार वर्ग किलोमीटर की जमीन को वापस लेकर हम हिंदुस्तान को दिखा देंगे.
'बीजेपी अनुशासित पार्टी'
एक सवाल के जवाब में राकेश सिन्हा ने कहा कि हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि जो पार्टी हम से अलग होकर चुनाव लड़ रही है. वह पार्टी भी मोदी-मोदी कर रही है. हमें लगता है कि अगले 5 साल में देश की सभी विपक्षी पार्टियां मोदी जी का बैनर और झंडा उठाकर चलेंगी. उनका निशाना एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान पर था. उन्होंने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक अनुशासित पार्टी है.
हम सिद्धांत, विचार और मूल्यों पर चलने वाली पार्टी हैं. हम एनडीए के प्रति निष्ठावान सिपाही की तरह खड़े हैं, जहां-जहां जनता दल (यू) और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार खड़े हैं. उसे हम अपना उम्मीदवार समझ कर उसे अपने शरीर का हिस्सा मानकर काम कर रहे हैं. इसमें कोई भ्रम नहीं है. उन्होंने कहा कि एनडीए स्पष्ट बहुमत में आ रही है और नीतीश कुमार जी बिहार के अगले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे.
'जिहादी सांप्रदायिकता फैला रहे हैं ओवैसी'
इस मौके पर उन्होंने ओवैसी के उस बयान की भर्त्सना की. जिसमें उन्होंने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए उन्हें मोदी के गोद में दूध पीने की बात कही थी. इस पर राकेश सिन्हा ने ओवैसी पर हमला बोलते हुए कहा कि ओवैसी आईएसआई की गोद में बैठ कर दूध पी रहे हैं. ओवैसी देश में सांप्रदायिकता नहीं बल्कि जिहादी सांप्रदायिकता फैला रहे हैं. ओवैसी के व्यवहार और बयान के आधार पर कहा जा सकता है कि पूरे देश में जिन्ना के रास्ते राजनीति को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. ओवैसी राजा कारों के पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं. जिन राजा कारों से लड़ने के लिए सरकार ने संघर्ष किया था. जिन राजा कारों ने हैदराबाद में हिंदू महिलाओं के सम्मान पर हमला किया, हिंदुओं के घरों को जलाया संपत्ति लूटा, राजा कारों की ऐसी ही पार्टी का दूसरा नाम एआईएम है.
ओवैसी का हर कथन इस देश में राष्ट्रवाद को कमजोर करने वाला विकास को पीछे धकेलने वाला और पाकिस्तानी मानसिकता को मजबूत करने वाला है. एक और सवाल के जवाब में राकेश सिन्हा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का एक सामाजिक दर्शन है कि देश का विकास उस स्तर तक कर दिया जाए, जहां अगड़ा पिछड़े का सामाजिक गैप समाप्त हो जाए, नरेंद्र मोदी इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि अंतिम व्यक्ति तक साधन और संपन्नता पहुंचे. इसके लिए सरकार काम कर रही है. उन्होंने कहा कि मुंगेर की घटना निंदनीय, अस्वीकार और असहनीय है. अगर बिहार में चुनाव नहीं होता और सरकार कुछ नहीं करता, तो इसकी जिम्मेदारी हमारी होती. चुनाव आयोग जितना हमारा है उतना विपक्ष का भी.