मधुबनीः जिले के मधेपुर प्रखंड के दर्जनों गांव आज भी बुनियादी सुविधा से महरूम है. शिक्षा, सड़क, बिजली, स्वास्थ्य आदी सेवाओं का इन गांवों में बुरा हाल है. गांव में अभी तक पक्की सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है. यदि गांव में रात के समय कोई बीमार पड़ जाए तो उसे खाट पर लादकर अस्पताल पहुंचाया जाता है. ऐसे हालात में यहां के लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं.
विकास की बाट जोह रहा गांव
दरअसल जिले के मधेपुर प्रखंड में डाहर, भरगामा, दर्जिया, बसी पट्टी, कोसी आदी कई ऐसे गांव हैं, जो साल के छह महीने बाढ़ और छह महीने सूखे की चपेट में रहते हैं. इन गांवों में सरकार की ओर से मिलने वाली बुनयादी सुविधाएं पक्की सड़क, पीने का पानी आज तक इन लोगों को नसीब नहीं हो पाया है. कोसी गांव के निवासी रामचंद्र राम ने बताया कि यहां के लोगों की स्थिति दयनीय हो गई है. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से यहां किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं दी जाती है.
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कब मिलेगा बुनियादी सुविधा?
देखने वाली बात यह है कि राज्य में विकास की बात करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नजर कब इन गांवों पर पड़ती है. लंबे समय से नारकीय जीवन जी रहे इन गांव वालों को कब-तक सरकार की बुनियादी सुविधाओं का लाभ मिल पाता है?