मधुबनी/भागलपुरः जहां कई पर्वों पर कोरोना का असर देखा गया. वहीं कोरोना माहामारी का असर अनंत चतुर्दशी पर्व पर नहीं देखने को मिला. घरों और मंदिरों में पूरे विधि विधान से अनंत चतुर्दशी की पूजा हुई. बिहार के अलग-अलग जिलों में भी अनंत चतुर्दशी की पूरे विधि-विधान से पूजा की गई.
विधि-विधान से मनाई गई अनंत चतुर्दशी
मधुबनी के स्टेशन चौक पर स्थित हनुमान प्रेम मंदिर एवं बड़ा बाजार स्थित हनुमान मंदिर में धूमधाम से अनंत चतुर्दशी पर्व की पूजा की गई. जहां श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई. वहीं कई घरों में पंडित को बुलाकर अनंत चतुर्दशी की पूरे विधि-विधान से पूजा की गई.
भगवान विष्णु के अनंत स्वरूप की होती है पूजा
बता दें कि अनंत चतुर्दशी के दिन मुख्यत: भगवान विष्णु के अनंत स्वरूप की पूजा की जाती है. इस दिन लोग व्रत रखते हैं. इस दिन व्रत रखने वाले पुरुष अपने दाहिने हाथ में और महिलाएं अपने बाएं हाथ में अनंत धागा धारण करती हैं. यह धागा 14 गांठों वाला होता है. ये 14 गांठें भगवान श्री विष्णु की ओर से निर्मित 14 लोकों का प्रतिनिधित्व करते हैं. भक्त विभिन्न प्रकार के पकवान, फल, अंकुरि आदि भोग प्रसाद के रूप में लगाते है.