मधेपुराः बिहार के मधेपुरा में दो फर्जी शिक्षक की गिरफ्तारी (fake teachers arrested in Madhepura) का मामला सामने आया है. दोनों शिक्षक 17 साल से फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी कर रहे थे. मामला जिले के उदाकिशुनगंज प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बाराटेनी का है, जहां पदस्थापित नियोजित शिक्षक अशोक मंडल और चौसा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय भटगामा में पदस्थापित नियोजित शिक्षक सत्यनारायण यादव को पुलिस ने नाटकीय ढंग से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है.
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प्राथमिकी के बाद चल रहे थे फरारः एसपी राजेश कुमार ने बताया कि निगरानी विभाग की ओर से फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी करने वालों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई थी. एफआईआर दर्ज होने के बाद ये शिक्षक फरार चल रहे थे. गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी की जा रही थी. इसी दौरान गुप्त सूचना के आधार पर अलग-अलग जगहों से काफी मशक्कत के बाद दोनों शिक्षक को गिरफ्तार किया गया है. सत्यनारायण यादव को मधेपुरा जिले के गोपालपुर गांव से और अशोक मंडल को खगड़िया जिले से गिरफ्तार किया गया है.
अब तक 27 शिक्षक दे चुके हैं इस्तीफाः मालूम हो की अभी तक फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी करने वाले 27 शिक्षक इस्तीफा दे चुके हैं. अभी भी निगरानी विभाग की ओर से सर्टिफिकेट की जांच की जा रही है. खासकर वर्ष 2008 के बाद फर्जी सर्टिफिकेट पर धरल्ले से शिक्षक की नियुक्ति की गई. राज्य में 6775 नियोजित शिक्षकों की सर्टिफिकेट की जांच होनी है, जिसमें से अभी तक मात्र 4100 शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच पूरी हुई है. जांच में जिनकी सर्टिफिकेट फर्जी निकलता है, ऊपर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.
"निगरानी विभाग की ओर से दोनों शिक्षक के सर्टिफिकेट की जांच की गई तो फर्जी निकला. इस कारण दोनों शिक्षक पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. इस मामले में दोनों शिक्षक फरार चल रहे थे. पुलिस ने छापेमारी करते हुए दोनों को गिरफ्तार किया है." -राजेश कुमार, एसपी, मधेपुरा