मधेपुरा: केन्द्र सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद लॉकडाउन में फंसे मजदूरों को वापस लाने का सिलसिला शुरु हो गया है. राजधानी पटना और अन्य बड़े स्टेशनों पर गुरुवार को पहुंचने वाले प्रवासी मजदूरों को उनके गृह जिला तक लाने के लिए जिला प्रशासन ने 20 बसों की व्यवस्था की है. इन बसों को सुरक्षा मानकों के अनुरूप सेनेटाइज किया गया है.
लॉकडाउन के कारण राज्य के बाहर फंसे प्रवासी मजदूरों को वापस भेजने की कवायद तेज हो गई है. विभिन्न राज्यों से चलाई जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से मजदूर और छात्र अपने घर वापस आ रहे हैं. सभी मजदूरों एवं छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग कर उन्हें गृह जिले तक भेजने की व्यवस्था की गई है. मधेपुरा के साथ-साथ अन्य जिलों के मजदूरों एवं छात्रों को जिला प्रशासन अपनी परिवहन व्यवस्था से उनके घरों तक पहुंचाएगा. इसी कड़ी में जिला प्रशासन ने 20 बसों की व्यवस्था की है. बसों की साफ सफाई की गई है एवं संक्रमण से बचाव के लिए सीट, हैंडल, छत आदि जगहों पर सेनेटाइजर का छिड़काव किया गया है.
जिला प्रशासन की तैयारी पूरी
जिला परिवहन पदाधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए प्रशासन द्वारा 20 बसों की व्यवस्था की गई है. बीते दिनों 5 बसें पटना भेजी गई थी. हम हर तरीके की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं.