मधेपुराः जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में मोबाइल के टॉर्च के सहारे इलाज किया जा रहा है. इसकी बुधवार को तब देखने को मिली जब एक किशोर को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया तो वहां बिजली चली गई. उसके बाद डॉक्टरों ने मोबाइल के लाइट में बच्चे का इलाज किया.
दरअसल, मधेपुरा प्रखंड के मानपुर वार्ड संख्या-1 के रहने वाले 14 वर्षीय बबलू कुमार का हाथ टूट गया. परिजन उसे लेकर सदर अस्पताल पहुंचे तो यहां बत्ती गुल हो गई. उसके बाद मोबाइल के लाइट में उसके हाथ में बैंडेज किया.
कैमरे से बचते रहे अस्पताल के उपाधीक्षक
इस संबंध में पूछे जाने पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक कैमरे पर कुछ भी बोलने बचते रहे. अनौपचारिक रूप से उन्होंने कहा कि बैंडेज के वक्त अस्पताल की बिजली चली गई. जिससे अंधेरा हो गया. वहां मौजूद लोगों ने अपना मोबाइल जलाया. फिर उसी रोशनी में बैंडेज पूरा किया गया.
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सरकार एक तरफ दावा करती है कि प्रदेश के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है. मधेपुरा सदर अस्पताल आकर सरकार के सभी दावे दम तोड़ देते हैं.