मधेपुरा: प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था का हाल किसी से छिपा नहीं है. एक ओर सरकार व्यवस्था में बेहतरी के दावे करते नहीं थकती है. वहीं, दूसरी ओर सुविधाओं की कमी के कारण मधेपुरा जिले के मासूम इस कड़कड़ाती ठंड में फर्श पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं. जिले का शांति आदर्श मध्य विद्यालय सरकार के सर्व शिक्षा अभियान की पोल खोलता है.
शांति आदर्श मध्य विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को पंखे, लाइट तो दूर बेंच और डेस्क तक नसीब नहीं है. दरअसल, यहां पहले बेंच, कुर्सियां थी. लेकिन, बीते अक्टूबर महीने में जब बीपीएससी की परीक्षा हुई तो यहां से बेंच और कुर्सियां ले जानी पड़ी जो अबतक वापस नहीं पहुंचाई गई. नतीजतन स्कूल में पढ़ने वाले नौनिहाल ठंड में फर्श पर बैठकर पढ़ रहे हैं.
'जमीन पर ठंड लगती है सर'
मामला जिला मुख्यालय के कॉलेज चौक के शांति आदर्श विद्यालय का है. अपनी परेशानी के बारे में स्कूल की छात्रा कहती हैं कि काफी परेशानी हो रही है. ठंड के मौसम में ज्यादा दिक्कत हो रही है. क्लास के बीच में धूप लेने के लिए बाहर जाना पड़ता है. जिससे पढ़ाई में बाधा आती है.
बीमार हो रहे हैं बच्चे- प्रिंसिपल
इस पूरे मामले पर प्रिंसिपल लता कुमारी कहती हैं कि बीते अक्टूबर महीने में बीपीएससी की परीक्षा के लिए बेंच और डेस्क ले जाया गया था. लेकिन, इतने दिन बीत जाने के बाद भी उसे वापस नहीं किया गया है. जमीन पर बैठने के कारण आए दिन बच्चे बीमार हो रहे हैं. कई बच्चों ने तो स्कूल आना छोड़ दिया है.
सुनिए क्या कहते हैं अधिकारी
पूरे मामले पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का बयान काफी चौंकाने वाला है. शिक्षा पदाधिकारी रमेश चंद्र रमन की मानें तो उन्हें बेंच, डेस्क पहुंचाने के लिए ट्रैक्टर और लॉरी नहीं मिल रही है. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि बीपीएससी अभ्यर्थियों के मुकाबले बेंच, डेस्क कम थे इसलिए सरकार के आदेश पर बेंच, डेस्क ले जाया गया. जल्द ही इसे लौटा दिया जाएगा.