ETV Bharat / state

मधेपुराः लोग खुद कर रहे घाटों की सफाई, प्रशासन पर उदासीनता का आरोप - जिला प्रशासन

स्थानीय लोगों ने कहा कि जिला प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. नगर निगम के कर्मी केवल देह दिखाने आते हैं. कभी-कभी जेसीबी भी दिख जाती है, लेकिन उसका हम लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है.

मधेपुरा
author img

By

Published : Oct 31, 2019, 2:26 PM IST

मधेपुराः जिला मुख्यालय के छठ घाटों पर अब भी घास-फूस और गंदगी का अंबार है. भले ही सरकारी स्तर पर साफ सफाई कराने के दावे किए जा रहे हों लेकिन हकीकत यही है कि स्थानीय लोग अपने स्तर से घाटों की साफ-सफाई में जुटे हैं. प्रशासन की तरफ से सफाई के नाम पर केवल खानापूर्ति ही हो रही है.

मधेपुरा में छठ की तैयारी

ध्यान नहीं दे रहा प्रशासन
स्थानीय लोगों ने कहा कि जिला प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नही है. नगर निगम के कर्मी केवल देह दिखाने आते हैं. कभी-कभी जेसीबी भी दिख जाती है लेकिन उसका हम लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है. स्थानीय लोग श्रम दान कर घाटों की सफाई में जुटे हैं. उन्होंने बताया कि प्रत्येक साल हमलोग खुद से ही सभी तैयारियां करते हैं.

बांका में छठ की तैयारी

घाटों की सफाई में जुटे लोग
वहीं, बांका जिला में भी छठ पर्व की तैयारियां जोरों पर हैं. गुरुवार को नहाय खाय के साथ पर्व की शुरुआत हो गई. जिलावासी छठ घाटों की साफ-सफाई में जुटे हैं. लोगों ने कहा कि जिला मुख्यालय को छोड़ दें तो प्रशासन का यहां कोई ध्यान नहीं है. छठ व्रती के परिवार के लोग खुद से घाटों की सफाई से लेकर रास्तें में लाइट तक की व्यवस्था में जुटे है.

मधेपुराः जिला मुख्यालय के छठ घाटों पर अब भी घास-फूस और गंदगी का अंबार है. भले ही सरकारी स्तर पर साफ सफाई कराने के दावे किए जा रहे हों लेकिन हकीकत यही है कि स्थानीय लोग अपने स्तर से घाटों की साफ-सफाई में जुटे हैं. प्रशासन की तरफ से सफाई के नाम पर केवल खानापूर्ति ही हो रही है.

मधेपुरा में छठ की तैयारी

ध्यान नहीं दे रहा प्रशासन
स्थानीय लोगों ने कहा कि जिला प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नही है. नगर निगम के कर्मी केवल देह दिखाने आते हैं. कभी-कभी जेसीबी भी दिख जाती है लेकिन उसका हम लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है. स्थानीय लोग श्रम दान कर घाटों की सफाई में जुटे हैं. उन्होंने बताया कि प्रत्येक साल हमलोग खुद से ही सभी तैयारियां करते हैं.

बांका में छठ की तैयारी

घाटों की सफाई में जुटे लोग
वहीं, बांका जिला में भी छठ पर्व की तैयारियां जोरों पर हैं. गुरुवार को नहाय खाय के साथ पर्व की शुरुआत हो गई. जिलावासी छठ घाटों की साफ-सफाई में जुटे हैं. लोगों ने कहा कि जिला मुख्यालय को छोड़ दें तो प्रशासन का यहां कोई ध्यान नहीं है. छठ व्रती के परिवार के लोग खुद से घाटों की सफाई से लेकर रास्तें में लाइट तक की व्यवस्था में जुटे है.

Intro:मधेपुरा में कुछ छठ घाट को छोड़ सर्वाधिक घाट पर है गंदगी व घास फूस का अंबार।सरकारी स्तर पर नहीं कराई गई साफ सफाई।अपने से साफ सफाई में जुटे छठव्रती,डीएम सहित अन्य अधिकारी घाटों का जायजा लेकर कर रहे हैं खानापूरी।


Body:मधेपुरा जिला मुख्यालय के सर्वाधिक छठ घाटों पर अब भी घास फूस और गंदगी का अंबार लगा हुआ है।भले ही सरकारी स्तर पर साफ सफाई कराने का दावा किया जा रहा है।लेकिन हकीकत यह है कि एक दो घाटों को छोड़कर कहीं भी सरकारी स्तर पर घाटों का साफ सफाई नहीं कराया गया है ।नतीजतन थक हारकर अब छठव्रतियों के द्वारा ही आनन फानन में अपने अपने घाटों की साफ सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है।बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्पष्ट निर्देश था कि सरकारी स्तर पर सभी घाटों की साफ सफाई किया जाय और घाट पर जाने बाली सड़कों के किनारे स्ट्रीट लाइट भी लगाया जाए ताकि छठव्रतियों को आने जाने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो।लेकिन मधेपुरा जिला प्रसाशन के द्वारा मुख्यमंत्री के आदेश को भी ठेंगा दिखाया जा रहा है ,अभी तक एक दो घाट को छोड़ दें तो बांकी किसी घाटों की साफ सफाई नहीं कि गई है और न ही आने जाने बाले रास्ते में लाइट की ही व्यवस्था की गई है।उल्लेखनीय बात तो यह है कि डीएम,एसपी ,एसडीएम सहित अन्य अधिकारी दिखावे के लिए कुछ छठ घाटों का दौरा जरूर किये।लेकिन अपनी उपस्थिति दिखाकर चलते बने।इतना ही नहीं जिला मुख्यालय स्थित गौशाला छठ का जायजा लेने पहुँचे मधेपुरा के एसडीएम वृंदा लाल प्रसाशनिक तैयारी पर कैमरे के सामने कुछ भी नहीं बोले को तैयार नहीं हुए, वे अनोपचारिक रूप से सिर्फ इतना कहा कि मैं मीडिया में बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हूँ।इससे साफ जाहिर होता है कि अपनी कमी को छुपाने की नीयत से कैमरे के सामने कुछ भी बोलना मुनासिब नहीं समझे। अपने से साफ सफाई में जुटे छठव्रतियों के परिजनों में आक्रोश व्याप्त है।बाइट।


Conclusion:मधेपुरा से रुद्रनारायण।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.