मधेपुरा: पूरा विश्व कोरोना वैश्विक महामारी की चपेट में है. इन परिस्थितियों के मद्देनजर भारत सरकार ने संक्रमण से निजात पाने के लिए पूरे भारत मे लॉकडाउन जारी किया. लॉकडाउन के बाद उपजे हालातों से भारत की रफ्तार एक ही पल में थम गई. ऐसे में बड़ी संख्या में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोगों के रोजगार पर ग्रहण लग गया. जिस वजह से लोग पैसे के अभाव में भूखे सोने को मजबूर हो गए. ऐसे में मधेपुरा के एनसीसी के जवानों ने आम लोगों के घरों से भोजन को जमा कर जरूरतमंदों तक पहुंचाकर एक मिसाल पेश की.
'100 लोगों को खिला रहे खाना'
इस मामले पर NCC के जवान रणवीर राठौर ने बताया कि लॉकडाउन के बाद दिहाड़ी मजदूरी, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और मंदिरों में भीख मांगकर खाने वाले लोगों को दो वक्त का निवाला मिलना मुश्किल हो गया. लोग एक पल में बेरोजगार हो गए. इस आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरे देश में कई समाजिक संस्थाए इस समय एक साथ मजबूती से खड़ा हैं. ऐसे में मधेपुरा जिले के कुछ स्थानीय लोगों के साथ मिलकर एनसीसी ने आम लोगों के घर से भोजन को जमा किया. इसके बाद हमलोगों ने उसे जरूरतमंदों के बीच वितरित कर दिया. एनसीसी के जवानों ने बताया कि हमलोग प्रतिदिन रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और सिंहेश्वर धाम मंदिर के आस-पास रहने वाले बेसहारों को भोजन पहुंचा रहे हैं. प्रत्येक दिन 100 लोगों को खाना खिला रहें है.
बिहार में तेजी से पांव पसार रहा कोरोना
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के संक्रमण पर नियंत्रण के लिए पीएम मोदी ने पूरे देश में लॉक डाउन करने का आदेश जारी किया गया है. जिला प्रशासन मधेपुरा में पूरी सख्ती से लॉक डाउन का पालन करवा रही है. बता दें कि देश में कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को रात 12 बजे से पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन घोषित किया था. पूरे देशभर में लॉक डाउन 14 अप्रैल तक लागू रहेगा. देश में कोरोना से संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. पूरे देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 13 सौ की संख्या को पार कर चुका है. इस वायरस के दंश से लगभग 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, प्रदेश में कोरोना के 24 मामले पॉजिटिव पाए गए है. जबकि, इस वायरस के कारण 1 की मौत हो चुकी है.