मधेपुरा: राज्य और केंद्र सरकार ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए कई सरकारी योजनाएं चला रही है. ताकि जरुरतमंद लोगों को मुलभूत सुविधाएं मुहैया उपलब्ध हो. हालांकि सरकारी बाबूओं की शिथिलता के कारण आज भी कई जरुरतमंद लाभ से वंचित हैं. जिले के सदर प्रखंड के सुखासन चकला की एक महिला सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा कर थक गई. लेकिन न तो आज तक आवास मिला और ना ही शौचालय.
दरअसल, सुखासन चकला की रहने वाली कविता देवी इंदिरा आवास और शौचालय के लिए सालों से भटक रही हैं. लेकिन इस गरीब विधवा महिला को हर जगह से उपेक्षित होना पड़ रहा है. सालों से अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर लगाने के बाद भी सुनने वाला कोई नहीं है.
सरपंच पर जमीन हड़पने का आरोप
कविता देवी ने ईटीवी भारत को बताया कि उनका नाम बीपीएल की सूची में भी आया. बावजूद इसके किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला. इस समस्या को लेकर उन्होंने तमाम वरीय अधिकारी, सीएम हेल्पलाइन और केंद्र सरकार को भी पत्र लिखकर शिकायत की. वहीं, ग्रामीण विकास मंत्रालय से पत्र भी आया. लेकिन जमीनी स्तर पर उन्हें एक भी योजना का लाभ नहीं मिला. महिला किसी तरह मिट्टी के चूल्हे पर खाना बनाकर गुजर-बसर कर रही है. वहीं दूसरी तरफ कविता देवी ने गांव के सरपंच पर ससुर के नाम पर मिली सरकारी जमीन को कब्जा करने का भी आरोप लगाया है.
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पीएम तक लगा चुकी हैं गुहार
आपको बता दें कि कविता देवी का नाम बीपीएल सूची में दर्ज है. पति अनिल सिंह के निधन के बाद सरकारी योजनाओं का लाभ कविता को मिलना था. लेकिन ऐसा नहीं हो सका. जिसको लेकर वह अब तक डीएम, सीएम से लेकर पीएम के पास तक पत्र भेजकर गुहार लगा चुकी हैं. लेकिन अब तक उसकी सुनवाई नहीं हो सकी है. पूर्व में एसडीओ के निर्देश पर कार्यपालक दंडाधिकारी ने जांच भी की थी लेकिन नतीजा सिर्फ कागजों तक ही सीमित रहा.