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मधेपुरा: प्रदर्शन करने पहुंचे बच्चों को नहीं पता था बिहार बंद का कारण

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Published : Dec 19, 2019, 3:24 PM IST

Updated : Dec 22, 2019, 1:24 PM IST

पूरे देश के कई हिस्सों में अलग-अलग राजनीतिक दलों की ओर से सीएए का विरोध किया जा रहा है. गुरुवार को मधेपुरा में भी सैकड़ों की संख्या में जाप और वाम दल के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

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मधेपुराः नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर बिहार में वामदलों ने बंद का आह्वान किया है. इसे सफल बनाने के लिए मधेपुरा में भी वाम दल और जाप के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें छोटे बच्चे भी शामिल थे.

देखें पूरी रिपोर्ट

केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
दरअसल, पूरे देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग राजनीतिक दलों के लोग सीएए को वापस लेने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी कड़ी में गुरुवार को मधेपुरा में भी सैकड़ों की संख्या में जाप और वाम दल के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

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छोटे बच्चों ने भी जताया विरोध

यें भी पढ़ेः 21 दिसंबर को RJD का बिहार बंद, तैयारियों को लेकर की गई बैठक

छोटे बच्चों ने भी जताया विरोध
बंद को सफल बनाने के लिए शहर के मुख्य बाजार से लेकर विभिन्न चौक-चौराहों पर बाइक और ऑटो से युवा शामिल होने पहुंचे. इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में छोटे-छोटे बच्चे भी दिखे. जिन्हें न तो इस कानून के बारे कोई जानकारी है और न ही इसके लिए किए जाने वाले विरोध के बारे में. ईटीवी भारत की टीम ने जब प्रदर्शनकारियों से विरोध करने का कारण पूछा तो उन्होंने ने कहा कि वो नहीं जानते हैं, वो बस जानते हैं कि काला कानून का विरोध करना है.

मधेपुराः नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर बिहार में वामदलों ने बंद का आह्वान किया है. इसे सफल बनाने के लिए मधेपुरा में भी वाम दल और जाप के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें छोटे बच्चे भी शामिल थे.

देखें पूरी रिपोर्ट

केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
दरअसल, पूरे देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग राजनीतिक दलों के लोग सीएए को वापस लेने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी कड़ी में गुरुवार को मधेपुरा में भी सैकड़ों की संख्या में जाप और वाम दल के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

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छोटे बच्चों ने भी जताया विरोध

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छोटे बच्चों ने भी जताया विरोध
बंद को सफल बनाने के लिए शहर के मुख्य बाजार से लेकर विभिन्न चौक-चौराहों पर बाइक और ऑटो से युवा शामिल होने पहुंचे. इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में छोटे-छोटे बच्चे भी दिखे. जिन्हें न तो इस कानून के बारे कोई जानकारी है और न ही इसके लिए किए जाने वाले विरोध के बारे में. ईटीवी भारत की टीम ने जब प्रदर्शनकारियों से विरोध करने का कारण पूछा तो उन्होंने ने कहा कि वो नहीं जानते हैं, वो बस जानते हैं कि काला कानून का विरोध करना है.

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नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर बिहार में वामदलों ने बंद का आह्वान किया है। इसे सफल बनाने के लिए मधेपुरा में भी वाम दल और जाप के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें छोटे बच्चे भी शामिल थे।


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वाम दल और जाप समर्थकों ने किया विरोध प्रदर्शन,प्रदर्शन में शामिल नाबालिक बच्चे नहीं जानते क्या है एनआरसी,प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को ही नहीं मालूम किस बात का हो रहा है विरोध

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दरअसल सरकार के द्वारा नागरिकता संशोधन कानून को लागू करने के साथ ही पूरे देश भर के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग राजनीतिक दलों के द्वारा इस कानून को वापस लेने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज मधेपुरा जिले में सैकड़ों की संख्या में सड़कों पर उतरे जाप और वाम दल के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला।

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इस दौरान शहर के मुख्य बाजार से लेकर विभिन्न चौक चौराहों पर मोटरसाइकिल और टेम्पो पर सवार होकर छात्रों और नौजवानों बंद को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाते नजर आए। हालांकि इस दौरान प्रदर्शनकारियों की जमात में दर्जनों की संख्या में नाबालिक बच्चे भी दिखें।जिन्हें ना तो इस विरोध प्रदर्शन के कारण की जानकारी थी और ना ही नागरिकता संशोधन कानून के बारे में। ईटीवी भारत ने जब प्रदर्शनकारियों से विरोध करने का कारण पूछा तो जवाब बेहद चौकाने वाला था।


Conclusion:final v.o
लोकतंत्र में सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाना सहज प्रक्रिया है।लेकिन अगर विरोध प्रदर्शन की मुख्य वजह से ही प्रदर्शनकारियों का दूर-दूर तक कोई वास्ता ना हो तो ऐसे प्रदर्शन का औचित्य क्या रह जाएगा। यह एक बड़ा सवाल है।
Last Updated : Dec 22, 2019, 1:24 PM IST
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